Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Mar, 2023 10:39 PM

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने को लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि राजनीति मतभेद बदले की लड़ाई बन गई है और भगवा दल के...
नेशनल डेस्क : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने को लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि राजनीति मतभेद बदले की लड़ाई बन गई है और भगवा दल के निशाने पर विपक्ष के नेता हैं। उन्होंने कहा, यह देश के लिए ‘आपातकाल' है। सोरेने कहा, ‘‘आज अमृतकाल में विपक्षी नेताओं को भाजपा और केंद्र द्वारा सत्ता के प्रत्येक हथियार का इस्तेमाल कर मजबूर किया जा रहा है और चुप कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ''राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने से स्पष्ट दिखने लगा है कि कैसे अब केन्द्र सरकार के लिए राजनीतिक मतभेद प्रतिशोध की लड़ाई में तब्दील हो गयी है।आज के अमृत काल में विपक्ष के नेता भाजपा के सीधे निशाने पर हैं। विपक्ष के नेता सत्ता के तमाम उपकरणों का उपयोग कर दमित और चुप कराये जा रहे हैं।'' सोरेन ने ट्वीट किया, ''न्यायिक व्यवस्था पर पूरा विश्वास रखते हुए भी मानहानि मामले में राहुल गांधी को सजा देने के निर्णय से असहमत हूं।''
उन्होंने कहा, ''गैर-भाजपा सरकारों और नेताओं को षडयंत्र का शिकार बनाया जा रहा है। यह देश के लोकतंत्र और राजनीति के लिए चिंता का विषय है।मगर जनतंत्र के आगे धनतंत्र की कोई बिसात नहीं।'' गौरतलब है कि जनप्रतिनिधि कानून के अनुसार, दो साल या उससे अधिक समय के लिए कारावास की सजा होने पर व्यक्ति को ‘दोषसिद्धि की तारीख से' अयोग्य घोषित किया जाएगा और वह सजा पूरी होने के बाद जनप्रतिनिधि बनने के लिए छह साल तक अयोग्य रहेगा।