Edited By Anu Malhotra,Updated: 10 Nov, 2025 01:18 PM

क्या आप जानते हैं कि पेशाब करने का तरीका सिर्फ सुविधा का मामला नहीं, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ा अहम पहलू है? खासकर महिलाओं के लिए यूरिन पास करने की सही पोज़िशन अपनाना बहुत जरूरी है। पेशाब करना हमारे शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे टॉक्सिन्स और...
नेशनल डेस्क: क्या आप जानते हैं कि पेशाब करने का तरीका सिर्फ सुविधा का मामला नहीं, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ा अहम पहलू है? खासकर महिलाओं के लिए यूरिन पास करने की सही पोज़िशन अपनाना बहुत जरूरी है। पेशाब करना हमारे शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे टॉक्सिन्स और अन्य अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकलते हैं। इसे अनदेखा करने या गलत तरीके से करने पर यूरिनरी इंफेक्शन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
सही पोज़िशन क्यों है महत्वपूर्ण?
KIMS अस्पताल के चिकित्सक के अनुसार, यूरिन शरीर से अपशिष्ट पदार्थ निकालने का प्रमुख जरिया है। आजकल यूरिनरी इंफेक्शन के मामले काफी बढ़ गए हैं, और इसका एक बड़ा कारण है टॉयलेट का सही इस्तेमाल न करना। महिलाएं अगर बैठकर पेशाब करती हैं तो यह पेल्विक एरिया की मांसपेशियों और ब्लैडर के लिए लाभकारी होता है। सही पोज़िशन अपनाने से ब्लैडर पूरी तरह से खाली होता है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर रहता है।
आयुर्वेद और आधुनिक स्वास्थ्य सुझाव
आयुर्वेद में भी पुरुष और महिलाओं दोनों को बैठकर यूरिन पास करने की सलाह दी जाती है। बैठने की स्थिति में पेशाब करने से न केवल ब्लैडर की समस्या कम होती है, बल्कि गर्भावस्था के दौरान भी महिलाओं को परेशानी नहीं होती। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इंग्लिश टॉयलेट सीट की बजाय इंडियन सीट पर बैठकर पेशाब करना महिलाओं के लिए ज्यादा सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक है।
पेशाब करने का सुरक्षित तरीका
-हमेशा साफ-सुथरे टॉयलेट का इस्तेमाल करें।
-पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते समय सीट को खुद से क्लीन करना जरूरी है।
-पीरियड्स के दौरान पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करने से बचें।
-पेशाब के बाद वजाइनल एरिया को पानी और टिश्यू से अच्छी तरह साफ करें।
इस तरह कुछ सरल आदतें अपनाकर महिलाएं यूरिनरी इंफेक्शन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकती हैं। सही पोज़िशन और स्वच्छता केवल सुविधा नहीं, बल्कि लंबी अवधि में सेहत की सुरक्षा का भी जरिया है।