Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Dec, 2025 08:22 PM

बिहार के सुपौल जिले से सामने आई एक खबर ने सामाजिक परंपराओं और सोच पर नई बहस छेड़ दी है। त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र में एक मॉल में काम करने वाली दो युवतियों ने समाज की परवाह किए बिना आपसी सहमति से समलैंगिक विवाह कर लिया। हैरानी की बात यह रही कि...
नेशनल डेस्क: बिहार के सुपौल जिले से सामने आई एक खबर ने सामाजिक परंपराओं और सोच पर नई बहस छेड़ दी है। त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र में एक मॉल में काम करने वाली दो युवतियों ने समाज की परवाह किए बिना आपसी सहमति से समलैंगिक विवाह कर लिया। हैरानी की बात यह रही कि शादी में अग्निकुंड की जगह गैस चूल्हे को साक्षी मानकर सात फेरे लिए गए।
इंस्टाग्राम से शुरू हुई अनोखी लव स्टोरी
जानकारी के मुताबिक, इस प्रेम कहानी की शुरुआत करीब दो साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम से हुई थी। मधेपुरा जिले की रहने वाली पूजा गुप्ता (21 वर्ष) और काजल कुमारी (18 वर्ष) पहले दोस्त बनीं, फिर यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। बीते दो महीनों से दोनों त्रिवेणीगंज के वार्ड नंबर-18 में एक किराए के कमरे में साथ रह रही थीं और एक स्थानीय मॉल में साथ काम भी कर रही थीं।
देर रात मंदिर में रचाई शादी
मंगलवार की देर रात दोनों युवतियां चुपचाप त्रिवेणीगंज मेलाग्राउंड स्थित एक मंदिर पहुंचीं। वहां उन्होंने बेहद सादे तरीके से विवाह की रस्में पूरी कीं। इस अनोखे विवाह में पूजा गुप्ता ने ‘दूल्हे’ की भूमिका निभाई, जबकि काजल कुमारी ‘दुल्हन’ बनीं। शादी के बाद जैसे ही उन्होंने अपना वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, वह देखते ही देखते वायरल हो गया और पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया।
“हमें लड़कों में कोई रुचि नहीं”
बुधवार सुबह जब यह खबर मोहल्ले में फैली, तो लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। मीडिया और स्थानीय लोगों से बातचीत में दोनों युवतियों ने बिना किसी झिझक अपनी बात रखी। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं है और उनका रिश्ता पूरी तरह भावनात्मक जुड़ाव पर आधारित है। दोनों ने बताया कि उन्होंने एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खाई हैं और अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीना चाहती हैं। उनका कहना है कि उनके लिए आपसी साथ और समझ सबसे ज्यादा मायने रखती है।