Edited By Mehak,Updated: 12 Dec, 2025 06:09 PM

यह खबर बताती है कि हाथों और नाखूनों में दिखने वाले छोटे-छोटे बदलाव कई बार गंभीर बीमारियों का शुरुआती संकेत हो सकते हैं। उंगलियों का गोल होना फेफड़ों या दिल की बीमारी की तरफ इशारा करता है, जबकि स्पून नेल्स आयरन की कमी का संकेत होते हैं। नाखूनों के...
नेशनल डेस्क : अक्सर लोग बड़ी बीमारियों के शुरुआती संकेत नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि शरीर कई बार बहुत पहले ही अलर्ट देना शुरू कर देता है, खासकर हाथों और नाखूनों के जरिए। छोटे-छोटे बदलाव थकान, मौसम या पोषण की कमी समझकर नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि ये बदलाव दिल, फेफड़े, खून की कमी, इन्फेक्शन या ऑटोइम्यून रोग जैसी गंभीर बीमारियों की तरफ इशारा कर सकते हैं।
1. क्लबसिंग (Clubbing)
क्लबसिंग में उंगलियों के सिर गोल और नाखून आगे की ओर बढ़े हुए लगते हैं। यह क्रॉनिक लंग डिजीज जैसे फेफड़ों का कैंसर, सिस्टिक फाइब्रोसिस, पल्मोनरी फाइब्रोसिस, ब्रोंकिइक्टेसिस या लंबे समय तक कम ऑक्सीजन वाली स्थितियों जैसे हार्ट डिजीज में दिखाई देता है। अगर उंगलियां अचानक मोटी और गोल लगने लगें तो डॉक्टर से तुरंत जांच कराना जरूरी है।
2. कोइलोनिखिया (Koilonychia / स्पून नेल्स)
स्पून नेल्स नाखूनों का पतला और अंदर की ओर धंसता हुआ होना है, जो आयरन की कमी या एनीमिया का संकेत देता है। इसके अलावा यह पोषण की कमी, गर्भावस्था, भारी पीरियड्स या किसी गंभीर बीमारी की ओर भी इशारा कर सकता है। यह बदलाव कई बार अन्य लक्षणों से पहले दिखाई देता है।
3. स्प्लिंटर हेमरेज (Splinter Hemorrhage)
नाखूनों के नीचे पतली लाल या भूरे धारियां कई बार चोट समझकर अनदेखी की जाती हैं। लेकिन अगर यह बार-बार दिखाई दें या कई नाखूनों में हों तो यह वैस्कुलाइटिस, ल्यूपस, कनेक्टिव टिश्यू डिजीज या इफेक्टिव एंडोकार्डाइटिस जैसी गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है।
4. जोड़ों में सूजन (Joint Swelling)
उंगलियों के जोड़ों में सूजन अक्सर आर्थराइटिस का शुरुआती लक्षण होती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस में कार्टिलेज घिसने और रूमेटाइड या सोरियाटिक आर्थराइटिस में सूजन के कारण यह होती है। कई बार लोग इसे उम्र बढ़ने या चोट समझ लेते हैं, लेकिन लंबे समय तक सूजन बनी रहना क्रॉनिक आर्थराइटिस का संकेत हो सकता है।
5. नेल पिटिंग (Nail Pitting)
नाखूनों की सतह पर छोटे-छोटे गड्ढे सोरायसिस का संकेत होते हैं। लगभग एक तिहाई सोरायसिस मरीजों में यह दिखाई देता है और समय के साथ इसकी संख्या बढ़ती जाती है। यह सोरायसिस आर्थराइटिस का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है, जिसे लोग अक्सर देर से पहचान पाते हैं।