Edited By Yaspal,Updated: 03 Aug, 2024 06:45 PM
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के सिरौली थाना क्षेत्र के चंदूपुरा शिवनगर गांव में एक युवती को ले जाने के आरोपी दूसरे समुदाय के युवक के घर में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है
लखनऊः उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के सिरौली थाना क्षेत्र के चंदूपुरा शिवनगर गांव में एक युवती को ले जाने के आरोपी दूसरे समुदाय के युवक के घर में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि 29 जुलाई को चंदूपुरा शिवनगर गांव के एक व्यक्ति ने अपनी 20 वर्षीय बेटी और दूसरे समुदाय के 21 वर्षीय युवक के लापता होने की सूचना दी थी। उन्होंने बताया कि एक अगस्त को दोनों को बरामद कर लिया गया था।
आर्य के अनुसार, युवती की सहमति के आधार पर उसे उसके पिता के सुपुर्द कर दिया गया था, जबकि युवक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही थी। उन्होंने बताया कि युवती के परिजनों ने लिखित में कोई कार्रवाई न करने का भरोसा दिलाया था, बावजूद इसके शुक्रवार रात करीब 11 बजे शरारती तत्वों ने युवक के घर में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की।
वहीं जिले के एसएसपी ने इस घटना में लापरवाही के आरोप में सिरौली पुलिस स्टेशन के SHO और दो अन्य पुलिसकर्मियों को शनिवार को निलंबित कर दिया गया। बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि 29 जुलाई को चंदूपुरा शिवनगर में मैकू लाल नाम के शख्स की की बेटी (उम्र-20 साल) और 21 साल के युवक सद्दाम के लापता होने की सूचना मिली थी। उन्होंने 1 अगस्त को थाने में शिकायत की थी।
आर्य के मुताबिक, पुलिस की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। उन्होंने बताया कि मामले में दोनों ओर से रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और तीन पुलिसकर्मियों (सिरौली के थाना प्रभारी लव सिरोही, उप निरीक्षक सत्यवीर सिंह और बीट सिपाही) को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। आर्य के अनुसार, गांव में स्थिति सामान्य है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी युवक अभी भी हिरासत में है।