Edited By Mansa Devi,Updated: 26 Dec, 2025 10:44 AM

प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि ‘वीर बाल दिवस' श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के बलिदान को स्मरण करने का दिन है। प्रधानमंत्री ने श्री गुरु गोबिंद सिंह की जयंती के अवसर पर नौ जनवरी 2022 को घोषणा की थी कि उनके पुत्रों साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि ‘वीर बाल दिवस' श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के बलिदान को स्मरण करने का दिन है। प्रधानमंत्री ने श्री गुरु गोबिंद सिंह की जयंती के अवसर पर नौ जनवरी 2022 को घोषणा की थी कि उनके पुत्रों साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की याद में 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस' के रूप में मनाया जाएगा, जिनका अद्वितीय बलिदान आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वीर बाल दिवस श्रद्धा का दिन है, जो वीर साहिबज़ादों के बलिदान को स्मरण करने के लिए समर्पित है।
हम माता गुजरी जी की अडिग आस्था और श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की अमर शिक्षाओं को याद करते हैं।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन साहस, दृढ़ संकल्प और धर्मनिष्ठा से जुड़ा हुआ है और साहिबजादों का जीवन तथा उनके आदर्श आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित करते रहेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री यहां एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।
वीर बाल दिवस के अवसर पर भारत सरकार देशभर में सहभागितापूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है, जिनका उद्देश्य नागरिकों को साहिबजादों के असाधारण साहस और सर्वोच्च बलिदान से रूबरू कराना तथा भारत के इतिहास के इन युवा नायकों के अदम्य साहस, त्याग और वीरता का सम्मान करना तथा उन्हें स्मरण करना है।