Edited By Mehak,Updated: 31 Dec, 2025 06:19 PM

दुनिया के कई देश जहां अभी नए साल के इंतजार में थे, वहीं प्रशांत महासागर में स्थित किरिबाती के किरीतिमाती द्वीप और न्यूजीलैंड के चैथम आइलैंड में सबसे पहले 2026 का स्वागत किया गया। भारत से करीब 9 घंटे पहले यहां नया साल शुरू हो गया। टाइम जोन में बदलाव...
नेशनल डेस्क : जब दुनिया के ज्यादातर देश अभी घड़ी की सुइयों पर 12 बजने का इंतजार कर रहे थे, तब प्रशांत महासागर के बीच बसे कुछ दूरदराज इलाकों में नए साल 2026 का जश्न शुरू हो गया। भारत से लगभग 9 घंटे पहले ही इन द्वीपों में नए साल की दस्तक हो चुकी थी।
दुनिया में सबसे पहले नया साल किरीतिमाती में
नया साल सबसे पहले पहुंचा किरीबाती के छोटे से द्वीप किरीतिमाती में। आधी रात होते ही यहां लोग जश्न मनाने लगे। इसके बाद कुछ ही देर में न्यूजीलैंड के चैथम आइलैंड में भी नए साल का स्वागत हुआ।
किरिबाती कहां है?
किरिबाती प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है, जो हवाई के दक्षिण और ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह देश 33 छोटे-बड़े एटोल्स (कोरल से बने द्वीप) से मिलकर बना है और करीब 4,000 किलोमीटर तक फैला हुआ है। किरिबाती 1979 में ब्रिटेन से स्वतंत्र हुआ और इसकी आबादी लगभग 1.16 लाख है। भले ही यह देश भौगोलिक रूप से हवाई के पास है, लेकिन 1994 में टाइम जोन बदलाव के बाद किरिबाती नया साल दुनिया के बाकी हिस्सों से एक दिन पहले मनाता है। यही कारण है कि किरीतिमाती को दुनिया का पहला नया साल मनाने वाला स्थान कहा जाता है।
समुद्र से घिरे, लेकिन खतरे में
किरिबाती के कई द्वीप समुद्र के स्तर के बढ़ने के कारण खतरे में हैं। इसके बावजूद, यहां नए साल का स्वागत पूरे उत्साह के साथ किया जाता है। यह द्वीप दक्षिण प्रशांत का सबसे बड़ा मरीन रिज़र्व भी माना जाता है।
न्यूजीलैंड में भी जल्दी आया नया साल
किरिबाती के बाद न्यूज़ीलैंड के चैथम आइलैंड में नया साल 2026 पहुंचा। यहां केवल लगभग 600 लोग रहते हैं। होटल चैथम के बार में स्थानीय लोग 2025 के आखिरी पल साथ बिता रहे थे। होटल की मालकिन टोनी क्रून के अनुसार, युवा लोग देर तक जागेंगे, जबकि बुज़ुर्ग पहले ही सो सकते हैं। टोनी बताती हैं कि यह जगह लोगों के दिल में खास जुड़ाव रखती है। यहां 2026 का स्वागत करना विशेष है, क्योंकि यह दुनिया से कटे हुए होने के बावजूद लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है।