Edited By Shubham Anand,Updated: 29 Oct, 2025 07:10 PM

नई दिल्ली में डॉक्टरों ने हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को चेतावनी दी है कि नमक पूरी तरह न छोड़ें। सीमित मात्रा में सोडियम आवश्यक है ताकि ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहे और शरीर का संतुलन बना रहे। नमक की कमी से थकान, चक्कर और मांसपेशियों में ऐंठन जैसी...
नेशनल डेस्क: हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन आजकल एक आम समस्या बन चुकी है। इसमें रक्तचाप सामान्य स्तर से ऊपर चला जाता है, जिससे हृदय को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे हृदय और रक्तवाहिकाओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। मरीजों को डॉक्टर अक्सर नमक कम खाने की सलाह देते हैं, लेकिन कई लोग इसे पूरी तरह छोड़ देते हैं। इससे शरीर में सोडियम का स्तर गिर जाता है, जो नई मुसीबतें खड़ी कर सकता है।
शरीर खुद संतुलन बनाए रखने की कोशिश में सोडियम कम कर देता है, जिससे कमजोरी, थकान और मांसपेशियों में ऐंठन जैसी शिकायतें होने लगती हैं। सोडियम की कमी से मस्तिष्क संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है।
क्या हाई बीपी में नमक पूरी तरह बंद करना ठीक?
दिल्ली एमसीडी के डॉ. अजय कुमार कहते हैं, "नमक को पूरी तरह छोड़ना सही नहीं है। शरीर को थोड़ी मात्रा में सोडियम की जरूरत होती है, ताकि पानी का संतुलन, नसों का कार्य और मांसपेशियों की गतिविधि ठीक रहे। अगर नमक बिलकुल बंद कर दिया जाए, तो हायपोनेट्रेमिया (सोडियम की कमी) हो सकती है। इससे चक्कर आना, थकान, उलझन और ब्लड प्रेशर का बहुत कम हो जाना जैसी गंभीर दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।"
डॉक्टरों के अनुसार, बेहतर उपाय है नमक का सेवन सीमित रखना। प्रोसेस्ड फूड, अचार, पापड़ या पैक्ड स्नैक्स जैसे नमक युक्त पदार्थों से पूरी तरह परहेज करें। डॉक्टर या डायटीशियन की सलाह से डाइट में बदलाव लाएं, ताकि जरूरी सोडियम मिले और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहे।
इन बातों का रखें खास ध्यान
नमक की जगह नींबू, जड़ी-बूटियां या मसालों से स्वाद बढ़ाएं।
प्रोसेस्ड और डिब्बाबंद चीजों से बचें।
खाने में पोटैशियम से भरपूर फल और सब्जियां शामिल करें।
दिनभर पर्याप्त पानी पिएं, ताकि शरीर में संतुलन बना रहे।
डॉक्टर द्वारा बताई दवाइयों और डाइट चार्ट का सख्ती से पालन करें।