Edited By Ramkesh,Updated: 10 Sep, 2025 01:50 PM

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एडेड इंटर कॉलेजों के शिक्षकों के लिए बड़ा निर्णय लिया है। लंबे समय से चल रही मांगों के बाद सरकार ने टीजीटी (Trained Graduate Teacher) और पीजीटी (Post Graduate Teacher) भर्ती से जुड़े नियमों में अहम संशोधन किया है।
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह ): उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एडेड इंटर कॉलेजों के शिक्षकों के लिए बड़ा निर्णय लिया है। लंबे समय से चल रही मांगों के बाद सरकार ने टीजीटी (Trained Graduate Teacher) और पीजीटी (Post Graduate Teacher) भर्ती से जुड़े नियमों में अहम संशोधन किया है। इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता (पीजीटी) बनने के लिए अब सिर्फ स्नातकोत्तर (PG) डिग्री ही पर्याप्त नहीं होगी। इसके लिए अब बीएड की डिग्री अनिवार्य कर दिया गया है। इसे लाखो बीएड धारकों को फायदा होगा।
टीजीटी स्तर पर बायो की वापसी
प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त स्कूलों में अब टीजीटी स्तर पर जीव विज्ञान (बायो) विषय को फिर से शामिल कर लिया गया है। पहले जीव विज्ञान और वनस्पति विज्ञान की डिग्री धारक अभ्यर्थियों को मान्यता नहीं मिल रही थी, जिससे हजारों उम्मीदवारों के रास्ते बंद हो गए थे। अब नए आदेश के तहत बायो पढ़ाने वाले पद बहाल हो जाएंगे। साथ ही नागरिक शास्त्र में राजनीति विज्ञान और राजनीति शास्त्र की डिग्रियों को भी मान्यता दे दी गई है।
पीजीटी स्तर पर नई शर्त
इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता (पीजीटी) बनने के लिए अब सिर्फ स्नातकोत्तर (PG) डिग्री ही पर्याप्त नहीं होगी। सरकार ने साफ कर दिया है कि अब प्रवक्ता पद पर चयन के लिए पीजी के साथ बीएड डिग्री भी अनिवार्य होगी। यानी बिना बीएड अब किसी भी विषय में प्रवक्ता नियुक्ति संभव नहीं होगी।
पारदर्शिता और राहत
शिक्षक संगठनों की लंबे समय से मांग थी कि पात्रता को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। सरकार के इस आदेश के बाद अब भ्रम खत्म हो गया है। बदलाव से हजारों उम्मीदवारों को सीधा लाभ मिलेगा और भर्ती प्रक्रिया पहले से अधिक पारदर्शी और स्पष्ट हो जाएगी। कुल मिलाकर, टीजीटी में बायो विषय की वापसी और पीजीटी में बीएड अनिवार्य होने से लाखों उम्मीदवारों के लिए करियर की राह आसान हो गई है।