Edited By Shubham Anand,Updated: 31 Dec, 2025 07:42 PM

हुंडई मोटर इंडिया ने 1 जनवरी 2026 से अपने सभी मॉडलों की कीमतों में औसतन 0.6% की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। कंपनी के अनुसार, कच्चे माल और इनपुट लागत में लगातार हो रही वृद्धि के कारण यह कदम उठाना अनिवार्य हो गया है। हुंडई के अलावा रेनो, एमजी मोटर...
नेशनल डेस्क : हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने अपने सभी मॉडलों की कीमतों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। कंपनी ने इस फैसले के पीछे इनपुट लागत में लगातार हो रही वृद्धि को मुख्य कारण बताया है। हुंडई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, वाहनों की कीमतों में औसतन 0.6 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी की जाएगी, जो 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होगी।
कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में स्पष्ट किया कि यह कीमत बढ़ोतरी गाड़ियों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली कीमती धातुओं और अन्य कमोडिटीज की लागत बढ़ने के कारण की जा रही है। हुंडई का कहना है कि कच्चे माल की कीमतों में बनी लगातार महंगाई का सीधा असर कुल उत्पादन लागत पर पड़ा है, जिससे कीमतों में संशोधन करना जरूरी हो गया है।
इनपुट लागत बढ़ने से लेना पड़ा फैसला
हुंडई मोटर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि कंपनी लगातार लागत को नियंत्रित करने और ग्राहकों पर इसका असर कम से कम डालने के लिए प्रयासरत रही है। इसके बावजूद, बढ़ती लागत का कुछ हिस्सा बाजार तक पहुंचाना अनिवार्य हो गया है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि कीमतों में की गई यह बढ़ोतरी बेहद सीमित है और इसका उद्देश्य केवल इनपुट लागत में हुई वृद्धि की आंशिक भरपाई करना है।
सभी मॉडलों पर लागू होगी कीमत बढ़ोतरी
यह कीमत बढ़ोतरी हुंडई के पूरे मॉडल पोर्टफोलियो पर लागू होगी। हालांकि, कंपनी ने अभी अलग-अलग मॉडलों के अनुसार कीमतों में बढ़ोतरी का विस्तृत विवरण साझा नहीं किया है। यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है, जब ऑटोमोबाइल सेक्टर की कई कंपनियां कमोडिटी कीमतों में उतार-चढ़ाव और सप्लाई चेन से जुड़ी चुनौतियों के कारण अपनी मूल्य रणनीतियों की समीक्षा कर रही हैं।
अन्य ऑटो कंपनियां भी बढ़ा चुकी हैं दाम
हुंडई के अलावा, फ्रांस की ऑटोमोबाइल कंपनी रेनो ग्रुप की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रेनो इंडिया ने भी जनवरी 2026 से अपने सभी वाहनों की कीमतों में 2 फीसदी तक बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। वहीं, जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया और मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने भी 1 जनवरी 2026 से अपने पूरे प्रोडक्ट रेंज की कीमतों में 2 फीसदी तक की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। इससे संकेत मिलते हैं कि आने वाले समय में ऑटो सेक्टर में कीमतों पर दबाव बना रह सकता है।