Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Dec, 2025 05:38 PM

आज के दौर में क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक और आकर्षक ऑफर्स की वजह से लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह फायदे का सौदा है लेकिन जरा सी चूक या जरूरत से ज्यादा चालाकी आपको इनकम टैक्स विभाग के रडार पर ला सकती...
बिजनेस डेस्कः आज के दौर में क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक और आकर्षक ऑफर्स की वजह से लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह फायदे का सौदा है लेकिन जरा सी चूक या जरूरत से ज्यादा चालाकी आपको इनकम टैक्स विभाग के रडार पर ला सकती है। अब टैक्स विभाग क्रेडिट कार्ड से होने वाले खर्चों पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
दिखावटी खर्च पर टैक्स विभाग की नजर
कई लोग ज्यादा रिवॉर्ड पॉइंट्स कमाने के लिए दोस्तों या रिश्तेदारों के खर्च अपने क्रेडिट कार्ड से करते हैं और बाद में उनसे पैसा वापस ले लेते हैं। इसके अलावा किराया भुगतान, वॉलेट लोड या पेमेंट ऐप के जरिए पैसे को आगे-पीछे घुमाया जाता है। बाहर से ये खर्च असली लगते हैं लेकिन हकीकत में कोई वास्तविक खर्च नहीं होता। टैक्स विभाग ऐसे लेनदेन को ‘बनावटी खर्च’ मान सकता है।
इनकम से ज्यादा खर्च दिखा तो बढ़ेगी परेशानी
अगर आपकी इनकम टैक्स रिटर्न में कम आय दिखाई गई है लेकिन क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में लग्जरी शॉपिंग, महंगी ट्रैवलिंग या बड़े खर्च नजर आते हैं, तो सिस्टम में तुरंत रेड फ्लैग लग जाता है। डेटा एनालिटिक्स के जरिए टैक्स अधिकारी ऐसे मामलों में खर्च का सोर्स पूछ सकते हैं।
दूसरों को कार्ड देना भी जोखिम भरा
दोस्तों या रिश्तेदारों को क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने देना और बदले में UPI या कैश लेना भी खतरे से खाली नहीं है। अगर पैसों का पुख्ता रिकॉर्ड नहीं हुआ और खर्च आपकी इनकम से मेल नहीं खाता, तो पूरा अमाउंट आपकी इनकम माना जा सकता है।
किराया और HRA का गलत खेल पड़ सकता है भारी
कुछ सैलरीड लोग HRA छूट लेने के लिए माता-पिता या रिश्तेदारों को क्रेडिट कार्ड से किराया देते हैं। अगर किराएदारी का रिश्ता साफ नहीं है या मकान मालिक ने उस किराए को अपनी रिटर्न में नहीं दिखाया, तो HRA की छूट रद्द हो सकती है और नोटिस आ सकता है।
बिजनेस खर्च में भी बरतें सावधानी
पर्सनल क्रेडिट कार्ड से बिजनेस खर्च करना और बाद में रीइंबर्समेंट लेना तभी सुरक्षित है, जब हर खर्च का बिल और रिकॉर्ड मौजूद हो। ज्यादा रिवॉर्ड या कैशबैक मिलने पर टैक्स विभाग इसे अतिरिक्त इनकम भी मान सकता है।
रिवॉर्ड पॉइंट्स पर कब लगता है टैक्स?
आमतौर पर रिवॉर्ड पॉइंट्स पर तब तक टैक्स नहीं लगता, जब तक उनका इस्तेमाल सिर्फ डिस्काउंट के रूप में हो। लेकिन अगर इन्हें कैश में बदला जाए और सालाना वैल्यू तय सीमा से ज्यादा हो जाए, तो टैक्स देना पड़ सकता है।
टैक्स नोटिस से कैसे बचें?
क्रेडिट कार्ड खर्च आपकी घोषित इनकम के अनुरूप हो, हर ट्रांजैक्शन का सोर्स साफ और डॉक्यूमेंटेड हो। रसीदें, इनवॉइस, बैंक स्टेटमेंट संभालकर रखें और बिना जरूरत दूसरों के खर्च अपने कार्ड से न करें।