Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Sep, 2025 06:16 PM

प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) के 10 साल पूरे हो चुके हैं। अब जिन लोगों ने साल 2014-15 में जन-धन खाता खुलवाया था, उन्हें दोबारा KYC (Know Your Customer) कराना जरूरी है। इसके लिए 30 सितंबर, 2025 तक की डेडलाइन तय की गई है। अगर तय समय पर री-केवाईसी...
बिजनेस डेस्कः प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) के 10 साल पूरे हो चुके हैं। अब जिन लोगों ने साल 2014-15 में जन-धन खाता खुलवाया था, उन्हें दोबारा KYC (Know Your Customer) कराना जरूरी है। इसके लिए 30 सितंबर, 2025 तक की डेडलाइन तय की गई है। अगर तय समय पर री-केवाईसी नहीं कराया गया तो बैंक खाता बंद हो सकता है और सरकारी सब्सिडी का फायदा मिलना बंद हो जाएगा।
क्यों जरूरी है री-केवाईसी?
RBI के नियमों के अनुसार, हर खाते की KYC वेलिडिटी 10 साल होती है। इसलिए 2014-15 में खोले गए खातों की केवाईसी अब खत्म हो रही है। री-केवाईसी में आपको बैंक को अपनी नई जानकारी जैसे वर्तमान पता, फोटो और अन्य दस्तावेज देने होते हैं। यह प्रक्रिया धोखाधड़ी रोकने और बैंकिंग सेवाओं को सुचारू रखने के लिए जरूरी है।
देशभर में चल रहा है अभियान
सरकारी बैंक 1 जुलाई से 30 सितंबर, 2025 तक ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित कर रहे हैं। अब तक करीब 1 लाख ग्राम पंचायतों में कैंप लग चुके हैं और लाखों लोग री-केवाईसी करा चुके हैं।
जन-धन योजना क्यों हुई थी शुरू?
यह योजना 2014 में गरीब और ग्रामीण तबके तक बैंकिंग सुविधाएं और सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए शुरू हुई थी। इसमें मिनिमम बैलेंस की जरूरत नहीं होती और खाताधारकों को ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी मिलती है।