Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Sep, 2025 10:51 AM

यदि आप भीम UPI का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए राहत भरी खबर है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI से जुड़े नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। ये बदलाव 3 नवंबर 2025 से लागू होंगे। नई व्यवस्था से बैंकों और आम यूजर्स दोनों को फायदा...
बिजनेस डेस्कः यदि आप भीम UPI का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए राहत भरी खबर है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI से जुड़े नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। ये बदलाव 3 नवंबर 2025 से लागू होंगे। नई व्यवस्था से बैंकों और आम यूजर्स दोनों को फायदा मिलेगा।
क्यों हो रहा है बदलाव?
अभी तक UPI में हर दिन 10 सेटलमेंट साइकिल चलती थीं। इनमें सही लेन-देन (जिन्हें यूजर ने मंजूरी दी) और विवाद वाले लेन-देन (जैसे रिफंड या पैसे वापसी) दोनों को एक साथ प्रोसेस किया जाता था। चूंकि हर महीने अरबों ट्रांजेक्शंस होते हैं, ऐसे में विवाद वाले और सही ट्रांजेक्शंस के एक साथ प्रोसेस होने से सेटलमेंट में देरी हो रही थी। इसी समस्या को हल करने के लिए NPCI ने फैसला किया है कि अब विवाद वाले लेन-देन को अलग से प्रोसेस किया जाएगा।
नया क्या है?
- विवाद वाले ट्रांजेक्शन (जैसे रिफंड या रिवर्सल) के लिए सिर्फ 2 तय सेटलमेंट साइकिल होंगी।
- सही और सामान्य पेमेंट्स पहले जैसे ही प्रोसेस होते रहेंगे।
- कट-ऑफ टाइमिंग (RTGS) में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- रिकॉन्सिलिएशन रिपोर्ट, GST रिपोर्ट या बाकी सेटलमेंट नियम भी पहले जैसे ही रहेंगे।
आप पर क्या असर
आम लोगों के लिए दुकानों पर पेमेंट करना, ऑनलाइन पेमेंट या दोस्तों-रिश्तेदारों को पैसे भेजना पहले जैसा ही रहेगा लेकिन अब लेन-देन बैंकों के सिस्टम में पहले से ज्यादा तेजी से दिखाई देंगे। अगर कोई पेमेंट फेल हो जाता है या डुप्लीकेट डेबिट होता है, तो अब रिफंड सिर्फ दो तय विवाद साइकिल में ही मिलेगा। इससे यूजर्स को यह निश्चित पता रहेगा कि उनका पैसा कब तक वापस आएगा।