Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Mar, 2023 06:25 PM

प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए बेहद सस्ते हवाई टिकटों की पेशकश करने को लेकर चिंताओं के बीच मंगलवार को सरकार ने कहा कि वह हवाई किराए की सीमा तय करके मुक्त व्यापार अर्थव्यवस्था में हस्तक्षेप करने के पक्ष में नहीं है। दरअसल इस महीने की
नई दिल्लीः प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए बेहद सस्ते हवाई टिकटों की पेशकश करने को लेकर चिंताओं के बीच मंगलवार को सरकार ने कहा कि वह हवाई किराए की सीमा तय करके मुक्त व्यापार अर्थव्यवस्था में हस्तक्षेप करने के पक्ष में नहीं है। दरअसल इस महीने की शुरुआत में एक संसदीय समिति ने नागर विमानन मंत्रालय से हवाई किराए की ऊपरी और निचली सीमा तय करने को कहा था ताकि मुक्त व्यापार अर्थव्यवस्था की आड़ में विभिन्न एयरलाइन प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए बहुत सस्ते किराये की पेशकश नहीं कर सकें।
नागर विमानन सचिव राजीव बंसल ने कहा, ‘‘बुनियादी तौर पर, किराये की सीमा तय करना और बाजार अर्थव्यवस्था में हस्तक्षेप करना ठीक नहीं है, हम इसके पक्ष में नहीं हैं। हम किराये की अधिकतम और न्यूनतम सीमा तय करने के पक्ष में भी नहीं हैं। मुझे नहीं लगता कि सरकार को मुक्त व्यापार अर्थव्यवस्था में दखलंदाजी करना चाहिए।'' उन्होंने आगे कहा,‘‘हालांकि, हमने एयरलाइन से इस बारे में बात की है और उनसे कहा है कि अधिक किराए की वजह से यात्रियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए, उनसे बेवजह की वसूली नहीं की जानी चाहिए।'' बंसल ने बताया कि टिकटों की बिक्री 16 किराया श्रेणियों में की जाती है।