Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Sep, 2025 05:34 PM

खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश का औद्योगिक उत्पादन अगस्त में 4 प्रतिशत बढ़ा। सरकार की ओर से सोमवार इस बारे जानकारी दी गई। जुलाई माह के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) वृद्धि दर को संशोधित कर 4.3 प्रतिशत कर दिया गया जबकि पहले अनुमान 3.5...
बिजनेस डेस्कः खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश का औद्योगिक उत्पादन अगस्त में 4 प्रतिशत बढ़ा। सरकार की ओर से सोमवार इस बारे जानकारी दी गई। जुलाई माह के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) वृद्धि दर को संशोधित कर 4.3 प्रतिशत कर दिया गया जबकि पहले अनुमान 3.5 प्रतिशत था।
किस सेक्टर का कैसा रहा हाल?
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अगस्त में 3.8% की बढ़ोतरी हुई, जो जुलाई के 6% से कम है। पावर सेक्टर में 4.1% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो जुलाई के 3.7% से थोड़ा बेहतर है। माइनिंग ने इस बार 6% की उछाल दिखाई, जबकि जुलाई में इसमें 7.2% की गिरावट आई थी।
कंज्यूमर गुड्स में मिला-जुला रुझान देखने को मिला। कार और फोन जैसे टिकाऊ सामान (कंज्यूमर ड्यूरेबल्स) का उत्पादन 3.5% बढ़ा, जो जुलाई के 7.3% से कम है। वहीं, फूड प्रोडक्ट और टॉयलेट्रीज जैसे गैर-टिकाऊ सामान (कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स) में 6.3% की गिरावट आई, जबकि जुलाई में इसमें 0.5% की बढ़ोतरी थी।
कैपिटल गुड्स, जैसे मशीनरी और उपकरण, का उत्पादन 4.4% बढ़ा, जो जुलाई के 6.8% से कम है। अप्रैल से अगस्त तक की बात करें तो इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 2.8% की बढ़ोतरी हुई, जो पिछले साल की समान अवधि में 4.3% थी।