Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Jun, 2025 03:11 PM

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के निर्देशों का असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। देशभर में अब 73% एटीएम से ₹100 और ₹200 के नोट निकलने लगे हैं। यह आंकड़ा दिसंबर 2024 में 65% था, जो अब बढ़कर 73% हो गया है।
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के निर्देशों का असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। देशभर में अब 73% एटीएम से ₹100 और ₹200 के नोट निकलने लगे हैं। यह आंकड़ा दिसंबर 2024 में 65% था, जो अब बढ़कर 73% हो गया है।
RBI का मकसद यह है कि आम लोगों को रोजमर्रा के लेन-देन के लिए छोटे नोट आसानी से मिलें, ताकि ज़रूरत के समय उन्हें दुकानों या बैंकों में नोट तुड़वाने की परेशानी न हो। खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों में रहने वालों के लिए यह काफी मददगार साबित होगा।
भारत की सबसे बड़ी नकदी प्रबंधन कंपनी CMS इंफो सिस्टम्स के अनुसार, देश के कुल 2.15 लाख एटीएम में से 73,000 का संचालन वही करती है। कंपनी के नकदी प्रबंधन प्रमुख अनुश राघवन ने बताया कि आज भी देश में 60% उपभोक्ता खर्च नकद में होता है, खासकर ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में। ऐसे में छोटे नोटों की उपलब्धता बेहद जरूरी है।
RBI ने तय किया टार्गेट
RBI ने अप्रैल 2025 में सर्कुलर जारी कर सभी बैंकों को निर्देश दिया था कि 30 सितंबर 2025 तक कम से कम 75% एटीएम से एक कैसेट के जरिए ₹100 या ₹200 के नोट अनिवार्य रूप से निकाले जाएं। यह लक्ष्य 31 मार्च 2026 तक बढ़कर 90% एटीएम तक पहुंचाना अनिवार्य होगा।