आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों का उत्पादन जनवरी में 7.8% बढ़ा, आंकड़े जारी

Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Feb, 2023 05:42 PM

output of eight key infrastructure sectors grew by 7 8 in january

आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा उद्योगों का उत्पादन जनवरी, 2023 में इससे पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह इसका चार माह का उच्चस्तर है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कोयला, उर्वरक, इस्पात और बिजली क्षेत्रों के बेहतर...

बिजनेस डेस्कः आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा उद्योगों का उत्पादन जनवरी, 2023 में इससे पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह इसका चार माह का उच्चस्तर है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कोयला, उर्वरक, इस्पात और बिजली क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन के कारण यह वृद्धि दर्ज हुई। पिछले साल इसी अवधि यानी जनवरी, 2022 में बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में चार प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। दिसंबर, 2022 में यह आंकड़ा सात प्रतिशत था। 

समीक्षाधीन अवधि में कच्चे तेल को छोड़कर, सभी खंडों ने उत्पादन में वृद्धि दर्ज की। जनवरी में कच्चे तेल के उत्पादन में 1.1 प्रतिशत की गिरावट आई। आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों - कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली - की वृद्धि दर अप्रैल, 2022 से जनवरी, 2023 के दौरान 7.9 प्रतिशत रही। यह आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 11.6 प्रतिशत था। मुख्य क्षेत्र या प्रमुख बुनियादी ढांचा उद्योगों की औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 40.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के लिहाज से इनका काफी महत्व है।

राजकोषीय घाटा जनवरी अंत तक पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य के 67.8% पर 

केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा जनवरी के अंत तक पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य के 67.8 प्रतिशत पर पहुंच गया है। लेखा महानियंत्रक (सीजीए) के आंकड़ों के अनुसार, वास्तविक मूल्य में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जनवरी की अवधि में राजकोषीय घाटा 11.9 लाख करोड़ रुपए रहा है। खर्च और राजस्व के अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान अवधि में राजकोषीय घाटा उस साल के बजट के संशोधित अनुमान का 58.9 प्रतिशत रहा था। पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 17.55 लाख करोड़ रुपए या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6.4 प्रतिशत है। 

सीजीए के आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह में शुद्ध कर संग्रह 16,88,710 करोड़ रुपये रहा है। यह 2022-23 के संशोधित बजट अनुमान का 80.9 प्रतिशत है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में शुद्ध कर संग्रह 2021-22 के संशोधित अनुमान का 87.7 प्रतिशत रहा था। इस दौरान सरकार का कुल खर्च 31.67 लाख करोड़ रुपए या 2022-23 के संशोधित अनुमान का 75.7 प्रतिशत रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को लोकसभा में पेश बजट में 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 5.9 प्रतिशत रखा है। चालू वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को जीडीपी के 6.4 प्रतिशत पर कायम रखा गया है। 
 

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