Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Oct, 2025 03:32 PM

एक दिन की मजबूती के बाद भारतीय शेयर बाजारों में फिर से गिरावट आई है। बुधवार की तेजी के बाद गुरुवार, 30 अक्टूबर को निवेशकों की मुनाफावसूली और विदेशी दबाव से बाजार लाल निशान में खुला। बीएसई सेंसेक्स 592 अंक फिसल कर 84,404 पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई...
बिजनेस डेस्कः एक दिन की मजबूती के बाद भारतीय शेयर बाजारों में फिर से गिरावट आई है। बुधवार की तेजी के बाद गुरुवार, 30 अक्टूबर को निवेशकों की मुनाफावसूली और विदेशी दबाव से बाजार लाल निशान में खुला। बीएसई सेंसेक्स 592 अंक फिसल कर 84,404 पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 176 अंक लुढ़कर 25,877 पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
1. फेड का ‘पॉज’ संकेत
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की लेकिन चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने आगे किसी और रेट कट की संभावना से इनकार किया। पॉवेल के सतर्क रुख ने वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की भावना को कमजोर किया है।
2. FII की भारी बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बुधवार को भारतीय बाजारों से 2,540.16 करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा।
3. बढ़ती अस्थिरता
इंडिया VIX 1.44% चढ़कर 12.15 के स्तर पर पहुंच गया, जो निवेशकों के बीच बढ़ती अनिश्चितता का संकेत देता है।