Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Sep, 2023 03:14 PM
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि मसाला उद्योग को वर्ष 2030 तक 10 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य तक पहुंचने के लिए नए बाजार तलाशने, मौजूदा बाजारों को मजबूत करने और मूल्यवर्धित उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मिलकर...
मुंबईः केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि मसाला उद्योग को वर्ष 2030 तक 10 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य तक पहुंचने के लिए नए बाजार तलाशने, मौजूदा बाजारों को मजबूत करने और मूल्यवर्धित उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
गोयल ने 'विश्व मसाला कांग्रेस 2023' को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वर्तमान में मसालों का हमारा कुल निर्यात चार अरब डॉलर का है। हमें कच्चे रूप में मसालों का निर्यात करने के बजाय मूल्यवर्धित उत्पादों पर ध्यान देना चाहिए। हमें नए बाजारों की खोज करके और मौजूदा बाजारों को मजबूत करके अधिक बाजार बनाने चाहिए। हमें मसाला क्षेत्र के लिए वर्ष 2030 तक 10 अरब डॉलर के निर्यात तक पहुंचने के लिए मूल्यवर्धित उत्पादों के लिए कारखाने बनाने पर विचार करना चाहिए।''
उन्होंने कोविड महामारी के समय हल्दी की खपत में आई तेजी का जिक्र करते हुए कहा, "अगर हम मूल्यवर्धित उत्पाद विकसित करके अपनी सारी ऊर्जा हल्दी पर केंद्रित करें, तो अकेले हल्दी निर्यात ही दो अरब डॉलर तक पहुंचने की क्षमता रखता है।" मंत्री ने उच्च गुणवत्ता और प्रीमियम मसाला उत्पादों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक ब्रांड या प्रमाणन के रूप में भारत नाम रखे जाने का भी सुझाव दिया। इसके साथ ही गोयल ने कहा कि विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के 3.5 करोड़ से अधिक लोग मसाला व्यवसाय में बहुत अधिक मूल्य जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, "विदेशों में रहने वाले भारतीय प्रवासी अन्य समुदायों के बीच मसाला खपत बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। वे आपके ब्रांड एंबेसडर बन सकते हैं और उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना बाजार बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।"