Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 May, 2025 02:52 PM

Apara Ekadashi 2025: जानें, वर्ष 2025 में किस दिन पड़ रही है मोक्ष की तैयारी में सहायक अपरा एकादशी। शुभ मुहूर्त के साथ जानें पारण समय। शास्त्रों के अनुसार जानें अपरा एकादशी का महत्व...
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Apara Ekadashi 2025: अपरा शब्द के संस्कृत भाषा के अनुसार दो अर्थ हैं पहला अपरा जो अपार फल देती है। दूसरे अपरा शब्द से भाव है पार जाने से पहले की स्थिति में यानी मोक्ष की तैयारी में सहायक। इस एकादशी का नाम अपरा इसलिए भी है क्योंकि यह व्यक्ति को पाप-शुद्धि से लेकर ज्ञान और मुक्ति की ओर ले जाती है। अपरा एकादशी तिथि को घट-शुद्धि की एकादशी भी कहा गया है यानी आत्मा को उसके भीतर से शुद्ध करने का दिन।

पद्म पुराण, स्कंद पुराण और विष्णु धर्मोत्तर में अपरा एकादशी का उल्लेख संपूर्ण देह-चेतना की शुद्धि के लिए किया गया है। स्कंद पुराण में इसे कर्म मल विनाशिनी कहा गया है यानी जो जन्मों के कर्म-विकारों को भीतर से मिटाती है, सिर्फ ऊपर से नहीं। इस दिन उपवास केवल भोजन का नहीं लोभ, मोह, असंतोष, हीनता, पश्चाताप के बोझ और आत्मग्लानि वृत्तियों का भी किया जाता है।

Apara Ekadashi Date 2025 अपरा एकादशी तिथि 2025
हिंदू पंचांग के अनुसार 23 मई को ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि रात 01:12 बजे प्रारंभ होगी और रात 10:29 बजे समाप्त हो जाएगी। सनातन धर्म में हर काम उदया तिथि के अनुसार किया जाता है। अतः अपरा एकादशी का व्रत 23 मई को रखना उत्तम रहेगा। पारण अगले दिन यानी 24 मई को किया जाएगा।

Apara Ekadashi Parana Time अपरा एकादशी पारण समय
एकादशी व्रत से अगले दिन द्वादशी तिथि को अन्न ग्रहण करके व्रत खोलने को पारण कहा जाता है। 23 मई को अपरा एकादशी का व्रत रखने के बाद 24 मई को पारण किया जाएगा। 24 मई को सुबह 05:26 बजे से शाम 08:11 बजे तक कभी भी पारण किया जा सकता है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:04 से 04:45 बजे तक है, इस दौरान पूजा-पाठ करना शुभ लाभ देगा।
