Edited By Sarita Thapa,Updated: 08 Sep, 2025 06:00 AM

Chanakya Niti: प्राचीन भारत के महान अर्थशास्त्री, नीतिकार और चतुर रणनीतिकार आचार्य चाणक्य ने जीवन को सफल और अनुशासित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां बताई हैं।
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Chanakya Niti: प्राचीन भारत के महान अर्थशास्त्री, नीतिकार और चतुर रणनीतिकार आचार्य चाणक्य ने जीवन को सफल और अनुशासित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां बताई हैं। आचार्य चाणक्य की नीति और ज्ञान आज भी हमारे जीवन में मार्गदर्शन का काम करती हैं। उन्होंने अपनी चाणक्य नीति में जीवन से जुड़ी कई व्यावहारिक बातें बताई हैं। इनमें एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि कुछ विशेष कार्यों के बाद व्यक्ति को स्नान अवश्य करना चाहिए। ऐसा सिर्फ शरीर को स्वच्छ रखने के लिए नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी जरूरी माना गया है। तो आइए जानते हैं कि वे कौन से तीन कार्य हैं, जिनके बाद स्नान करना बहुत जरूरी होता है।

शव को छूने के बाद
चाणक्य के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी मृत शरीर के संपर्क में आता है, तो उसे स्नान करना चाहिए। इसका कारण यह है कि मृत्यु के बाद शरीर में कई तरह के विकार उत्पन्न हो सकते हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।

केश कटवाने के बाद
चाणक्य नीति के अनुसार, बाल कटवाने के बाद स्नान करने से शरीर पर जमे छोटे-छोटे बाल या धूल-मिट्टी साफ हो जाते हैं और ताजगी बनी रहती है।
शरीर की तेल से मालिश के बाद
जब हम शरीर की तेल से मालिश करते हैं, तो तेल त्वचा पर जमा हो जाता है और गंदगी या पसीना भी उस पर चिपक जाता है। इसलिए मालिश के बाद नहाना जरूरी होता है ताकि त्वचा साफ, ताजा और स्वस्थ रहे।
