Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Oct, 2023 08:30 AM
चीन में एक संत थे जो बहुत ही सादा जीवन व्यतीत करते थे। संत धर्म की शिक्षा देने के लिए विख्यात थे। बहुत से लोग उनके पास
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Inspirational Story: चीन में एक संत थे जो बहुत ही सादा जीवन व्यतीत करते थे। संत धर्म की शिक्षा देने के लिए विख्यात थे। बहुत से लोग उनके पास आते थे और अपनी परेशानियों का समाधान लेकर जाते थे। संत लोगों की परेशानियों को सुनते थे और उनकी परेशानियों के अनुकूल ही उनको शिक्षा दिया करते थे। उसी के अनुरूप वह उस व्यक्ति को कर्मशील बना देते थे। यही संत की विशेषता थी। एक दिन की बात है जब चुंग सीन नामक एक व्यक्ति उनके पास आया।
उसने संत से कहा, “कृपा कर आप मुझे कुछ शिक्षा दीजिए।”
संत ने कुछ दिन उसे अपने पास ही रखा। फिर उसे दीन-दुखियों की सेवा करने के लिए लगा दिया। वह इस कार्य को बड़ी निष्ठापूर्वक कर रहा था। चुंग सीन बुजुर्गों और लाचारों की बड़े दिल से सेवा करता था। उनका इलाज कराता था। उनको समय पर भोजन देता था। अपने इस काम से वह बहुत प्रसन्न था। इस कार्य को करने में उसे न दिन का याद रहता था न ही रात का।
अपना सुख-चैन भूलकर वह असहायों की मदद करने लगा। अगर किसी को कोई कष्ट होता था तो वह उसका कष्ट दूर करने में अपनी पूरी शक्ति लगा देता था।
सेवा करते-करते काफी दिन गुजर गए। तब वह संत के पास गया और बोला, “मैं आपके पास कई दिनों से हूं पर आपने मुझे कोई भी शिक्षा नहीं दी।”
संत मुस्कराते हुए बोले, “तुम्हारा जीवन तो यहां रहकर धर्ममय हो गया है फिर मैं तुम्हें इस विषय में और क्या शिक्षा दे सकता हूं। मैंने तुम्हें जो कार्य दिए थे वे तुमने निष्ठापूर्वक किए। यही सबसे बड़ा धर्म है।”