Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Sep, 2025 07:17 AM

Kalki Dwadashi 2025 upay: कल्कि द्वादशी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु के कल्कि अवतार को समर्पित है। मान्यता है कि कल्कि भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार हैं, जो कलियुग के अंत में प्रकट होंगे और...
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Kalki Dwadashi 2025 upay: कल्कि द्वादशी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु के कल्कि अवतार को समर्पित है। मान्यता है कि कल्कि भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार हैं, जो कलियुग के अंत में प्रकट होंगे और धर्म की पुनः स्थापना करेंगे। कल्कि द्वादशी को व्रत और पूजा करने से व्यक्ति के पाप दूर होते हैं और जीवन में धर्म, शांति और समृद्धि आती है।

कल्कि द्वादशी व्रत से जीवन में सत्य और धर्म की रक्षा की शक्ति मिलती है। पापों का क्षय होता है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। कल्कि भगवान की कृपा से विपत्तियां और कष्ट दूर होते हैं। परिवार में सौभाग्य, समृद्धि एवं सुख-शांति आती है। धन की वृद्धि होती है। साधक को भक्ति, वैराग्य और आत्मशक्ति की प्राप्ति होती है।

कल्कि द्वादशी के विशेष उपाय
कल्कि द्वादशी व्रत और पूजा करने से व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलता है, जीवन की कठिनाइयां दूर होती हैं और अंततः मोक्ष की प्राप्ति होती है।

पाप मुक्ति के लिए – ॐ नमो भगवते कल्किने नमः मंत्र का 11 माला जाप करें।
संकटों से मिलेगा छुटकारा– भगवान विष्णु को पीली वस्तुएं (चावल, वस्त्र, फल) अर्पित करें।
धन लाभ हेतु – तुलसीदल और पीले पुष्प अर्पित कर ॐ विष्णवे नमः का जाप करें।
परिवार की सुख-शांति हेतु – द्वादशी पर गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करें।
