Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Dec, 2025 09:59 AM

Kharmas 2025: हिंदू धर्म में खरमास को ऐसा काल माना जाता है जब शुभ कार्य, विशेषकर विवाह और नए जीवन की शुरुआत, वर्जित मानी जाती है। यह वह अवधि होती है, जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इस समय ग्रहों की...
Kharmas 2025: हिंदू धर्म में खरमास को ऐसा काल माना जाता है जब शुभ कार्य, विशेषकर विवाह और नए जीवन की शुरुआत, वर्जित मानी जाती है। यह वह अवधि होती है, जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इस समय ग्रहों की स्थिति शुभ कार्यों के फल को प्रभावित करती है। खरमास में विवाह न करने के पीछे धार्मिक, ज्योतिषीय और पारंपरिक सभी कारण मौजूद हैं।

Why is it forbidden to get married during Kharmas खरमास में विवाह करना क्यों होता है वर्जित ?
धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि जब सूर्य निष्क्रिय स्थिति में होते हैं, तब पृथ्वी पर शुभता का प्रभाव कम होता है। माना जाता है कि इस समय किए गए मांगलिक कार्यों का परिणाम सामान्य मुहूर्त की तुलना में कम शुभदायी होता है। विवाह जैसे निर्णायक संस्कार पर ग्रहों के प्रभाव का विशेष महत्व है इसलिए खरमास के दौरान विवाह से बचने की सलाह दी जाती है।

These are the effects of getting married in Kharmas खरमास में शादी करने से पड़ते हैं ये प्रभाव
आर्थिक स्थिति अस्थिर हो सकती है
ज्योतिषीय धारणा है कि इस अवधि में विवाह करने से दंपत्ति के जीवन में आर्थिक चुनौतियां बढ़ सकती हैं। धनागमन धीमा हो सकता है और खर्चों में अनिश्चितता बनी रहती है।
रिश्ते में तनाव की संभावना
ग्रहों का कमजोर प्रभाव दांपत्य जीवन में छोटी-बड़ी गलतफहमियों या तनाव को बढ़ा सकता है। ऐसा माना जाता है कि शुरुआती दिनों में ही तनाव आना रिश्ते की स्थिरता पर असर डाल सकता है।
घर के माहौल में अशांति
पारंपरिक मान्यता के अनुसार, खरमास के दौरान किया गया विवाह परिवार के वातावरण में अस्थिरता ला सकता है। गृहस्थ जीवन में शांति और संतुलन कमजोर पड़ सकता है।
नई शुरुआत में बाधाएं
ज्योतिष में कहा गया है कि खरमास में शुरू होने वाले कई कामों में रुकावटें आ सकती हैं इसलिए इस समय शादी करने से दाम्पत्य जीवन में छोटी-बड़ी कठिनाइयां बनी रह सकती हैं।
क्या यह मान्यताएं ही सब कुछ हैं?
आधुनिक दृष्टिकोण से देखें तो यह ज्योतिषीय विश्वास और धर्म-संस्कारों पर आधारित परंपरा मात्र है। आज कई लोग परिस्थिति, सुविधा या व्यक्तिगत निर्णय के आधार पर इसी अवधि में विवाह करते हैं और उनका जीवन सामान्य रूप से आगे बढ़ता है। रिश्तों की नींव प्रेम, विश्वास और समझ पर टिकी होती है, न कि केवल मुहूर्त पर। फिर भी जो परिवार पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हैं, वे शुभ मुहूर्त में ही शादी करना उचित मानते हैं ताकि वैवाहिक जीवन में सौभाग्य और स्थिरता बनी रहे।

When will Kharmas 2025 begin खरमास 2025 कब लगेगा?
सूर्य धनु राशि में प्रवेश: 16 दिसंबर 2025
खरमास शुरू: 16 दिसंबर 2025
खरमास समाप्त: 14 जनवरी 2026
सूर्य मकर राशि में प्रवेश: 14 जनवरी 2026 (मकर संक्रांति)
जैसे ही सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं, खरमास समाप्त हो जाता है और सभी शुभ कार्यों के लिए पुनः शुभ मुहूर्त उपलब्ध हो जाते हैं।