Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Jun, 2022 10:52 AM
घर बनाते समय वास्तुशास्त्र का ध्यान रखने से परिवार वालों का जीवन सुखमय रहता है। रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। घर के इस भाग में स्वच्छता और वास्तु नियमों का
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Vastu Shastra for Kitchen: घर बनाते समय वास्तुशास्त्र का ध्यान रखने से परिवार वालों का जीवन सुखमय रहता है। रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। घर के इस भाग में स्वच्छता और वास्तु नियमों का अवश्य पालन करना चाहिए। जिससे रोग, शोक और नकारात्मकता दूर रहती है। वास्तु विद्वानों का मानना है की रसोई की पूर्व या उत्तर की दीवार पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाना सर्वोत्तम रहता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बना रहता है।
खाना बनाते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। इसके लिए जिस शैल्फ पर गैस चूल्हा रखते हैं वह ऐसी दिशा में होना चाहिए कि हमारा मुख पूर्व दिशा की ओर रहे। इसे किचन के आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) में रख सकते हैं। उत्तर दिशा में रखने से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
पानी का स्रोत हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यदि घर में ऐसा करना संभव नहीं हो तब किचन की उत्तर-पूर्व दिशा में पीने का पानी रखें। बर्तन धोने का सिंक भी इसी दिशा में हो। कभी भी आग्नेय कोण में पानी का स्रोत न रखें।
गैस स्टोव का बर्नर खराब नहीं होना चाहिए और खाना बनाकर हमेशा गैस स्टोव के दाहिनी ओर रखें। माना जाता है कि इस दिशा में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। बाईं ओर खाना बिल्कुल न रखें। इससे परिवार का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
सिंक के नीचे कबाड़ और कूड़ेदान न रखें। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। खुले डस्टबिन का इस्तेमाल न करें और उसकी सफाई का भी पूरा ध्यान रखें। इसे ऐसी जगह पर रखें जिस पर आपकी नजर न पड़े क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो सकती है।