Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Apr, 2021 07:37 AM
आज मां दुर्गा के दूसरे अद्भुत रुप मां ब्रह्मचारिणी का दिन है। मां ब्रह्मचारिणी ऐसी देवी हैं, जिन्होंने सहस्त्र वर्षों तक भोले नाथ को प्राप्त करने के लिए शाक व पत्ते खाकर तपस्या की थी। मां ब्रह्मचारिणी का ये स्वरुप हमें भक्ति, तपस्या, ज्ञान संयम और...
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Navratri 2021 2nd day: आज मां दुर्गा के दूसरे अद्भुत रुप मां ब्रह्मचारिणी का दिन है। मां ब्रह्मचारिणी ऐसी देवी हैं, जिन्होंने सहस्त्र वर्षों तक भोले नाथ को प्राप्त करने के लिए शाक व पत्ते खाकर तपस्या की थी। मां ब्रह्मचारिणी का ये स्वरुप हमें भक्ति, तपस्या, ज्ञान संयम और दृढ़ संकल्पी होने की प्रेरणा देता है। इनके रुप से हमें अपनी अतृप्त इच्छाओं पर नियंत्रण करने की शक्ति मिलती है। मां ब्रह्मचारिणी ने अपनी कठोर तपस्या से भगवान शिव को भी अपने वर के रुप में प्राप्त कर लिया था। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से अपने इच्छित घर और वर की प्राप्ति हो सकती है। अपने जीवन के बड़े लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए इनकी विभिन्न विधियों से पूजा-अर्चना करें।
Maa Brahmacharini Puja Vidhi: सर्वप्रथम एक कुंभ की स्थापना मां ब्रहमचारिणी के चित्र के आगे करें। सभी देवी-देवताओं और 64 योगिनियों का ध्यान करते हुए कुंभ, अक्षत, मौली, रौली और शर्करा अर्पित करें तत्पश्चात 11 सुपारी मां के आगे अर्पित करें। मां से अपने मन की इच्छा व्यक्त करें। इस पूजा से अमीर ससुराल की भी प्राप्ति होती है।
Maa Brahmacharini mantra: आज के दिन मां के मंत्रों का उच्चारण रुद्राक्ष की माला से करते हुए अपनी इच्छित वर की कामना करें। इस मंत्र का जाप करें-
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
छोटी कन्याओं को पंचमेवे का दान करें। इससे आपका आने वाला जीवन सुखमय व्यतित होगा।
घर की पूर्व दिशा की ओर पीले रंग का स्वास्तिक बनाने से घर में सुख-ममृद्धि आती है और रुके हुए काम बनने लगते हैं।
जिन लोगों के घर में परिवार वालों को क्रोध अधिक आता है, उन्हें आज के दिन रुद्राक्ष को पानी में भिगोकर उन्हें उसका जल पीलाने से मन शांत रहता है और क्रोध पर नियंत्रण रहता है।
नीलम
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