Edited By Sarita Thapa,Updated: 29 Dec, 2025 12:04 PM

साल 2025 के अंतिम सोमवार को विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की भव्य भस्म आरती सम्पन्न हुई। तड़के चार बजे मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धा और आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिला।
Mahakal Bhasma Aarti 2025 : साल 2025 के अंतिम सोमवार को विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की भव्य भस्म आरती सम्पन्न हुई। तड़के चार बजे मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धा और आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। भस्म आरती के दौरान त्रिनेत्र रूपी भगवान महाकाल का विधि-विधान से पूजन-अभिषेक किया गया।
सबसे पहले भगवान महाकाल का जलाभिषेक किया गया, इसके बाद दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन संपन्न हुआ। मंत्रोच्चार और ध्यान के साथ हरिओम का जल अर्पित किया गया, जिससे पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण में डूब गया। कपूर आरती के पश्चात भगवान के मस्तक पर भांग, चंदन और त्रिपुण्ड अर्पित कर दिव्य श्रृंगार किया गया।
श्रृंगार पूर्ण होने के बाद ज्योतिर्लिंग को वस्त्र से ढांककर भस्म रमाई गई। इसके पश्चात शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला एवं सुगंधित पुष्पों से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। मोगरे और गुलाब के पुष्पों से सुसज्जित बाबा महाकाल का स्वरूप अत्यंत मनोहारी दिखाई दिया।
भस्म आरती के दौरान फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। बड़ी संख्या में देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान को भस्म अर्पित की गई। धार्मिक मान्यता है कि भस्म अर्पण के पश्चात भगवान महाकाल निराकार से साकार रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। इस पावन अवसर पर मंदिर परिसर हर हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा।
विशाल ठाकुर