Edited By Prachi Sharma,Updated: 04 May, 2025 12:53 PM
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। यह दिन मां दुर्गा की आराधना का विशेष अवसर होता है।
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Masik Durga Ashtami 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। यह दिन मां दुर्गा की आराधना का विशेष अवसर होता है। देवी उपासक इस दिन उपवास रखते हैं, माता के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा करते हैं और विशेष भोग अर्पित कर अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि और शत्रुनाश की कामना करते हैं। साल 2025 में मई की मासिक दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व है क्योंकि यह दिन कई शुभ योगों और तिथियों के संयोग से विशेष फलदायी रहेगा। आइए जानते हैं कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां को किन चीजों का भोग लगाना चाहिए।
Offer this special bhog to the Goddess on the masik Durgashtami मासिक दुर्गाष्टमी पर मां को चढ़ाएं ये खास भोग
हलवा और पूड़ी: मां को गेहूं के आटे का सूजी-गुड़ से बना हलवा और पूड़ी अत्यंत प्रिय है। इसे लाल फूलों के साथ अर्पित करें।
केसरिया खीर: चावल, दूध, चीनी और केसर से बनी खीर मां को बेहद पसंद है। इसे चांदी के पात्र में अर्पित करना श्रेष्ठ माना जाता है।
नारियल और बताशे: नारियल और बताशों का भोग देवी को समर्पित करने से वैवाहिक सुख और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
फल और मेवे: सेब, अनार, केला, और सूखे मेवे अर्पण करने से आयु, स्वास्थ्य और समृद्धि बढ़ती है।
पान-सुपारी और लौंग: देवी पूजन में पान, सुपारी और लौंग अर्पण करने से साधक की मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं।

Durgashtami worship method दुर्गाष्टमी व्रत और पूजा विधि
स्नान और संकल्प: ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। व्रत का संकल्प लें।
कलश स्थापना: घर में पूजन स्थल पर कलश स्थापित करें और उस पर नारियल रखें।
मां दुर्गा की मूर्ति/चित्र: देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। उन्हें लाल वस्त्र पहनाएं और गहनों से सजाएं।
पूजन सामग्री: रोली, चावल, फूल, नारियल, लौंग, कपूर, धूप, दीपक, पंचामृत आदि।
मंत्र जाप और स्तोत्र पाठ: ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का 108 बार जाप करें और दुर्गा चालीसा, कात्यायनी स्तोत्र आदि का पाठ करें।
आरती और भोग: अंत में मां की आरती करें और उन्हें प्रिय भोग अर्पित करें।
