Edited By Sarita Thapa,Updated: 08 Nov, 2025 03:19 PM

हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है, जिसे भगवान शिव को समर्पित विशेष व्रत माना जाता है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
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Masik Shivratri: हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है, जिसे भगवान शिव को समर्पित विशेष व्रत माना जाता है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। नवंबर महीने में मासिक शिवरात्रि का व्रत 18 नवंबर को रखा जाएगा। माना जाता है कि इस व्रत के दौरान शिवजी की विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन में हर तरह की बाधाएं दूर होती हैं और आध्यात्मिक लाभ भी मिलता है। साथ ही जीवन में आने वाली परेशानी से छुटकारा मिलता है। तो आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-

November Masik Shivratri Shubh muhurat नवंबर मासिक शिवरात्रि व्रत शुभ मुहूर्त
नवंबर 2025 की मासिक शिवरात्रि मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को पड़ेगी। चतुर्दशी तिथि का आरंभ 18 नवंबर 2025 को सुबह लगभग 07 बजकर 12 मिनट से शुरू होगी और चतुर्दशी तिथि की समाप्ति 19 नवंबर 2025 को सुबह लगभग 09 बजकर 43 मिनट पर होगी। निशिता काल पूजा का समय 18 नवंबर 2025 की रात 11 बजकर 17 मिनट से 19 नवंबर को रात 12 बजकर 10 मिनट तक रहेगा।

Masik Shivratri Puja Vidhi मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
पूजा का संकल्प लें और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करते रहें।
शुभ मुहूर्त यानी निशिता काल (मध्यरात्रि) के समय पूजा शुरू करें।
शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल) से अभिषेक करें।
भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।
शिव जी को चंदन का तिलक लगाएं और धूप-दीप जलाएं।
शिव चालीसा का पाठ करें और महामृत्युंजय मंत्र या 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का अधिक से अधिक जाप करें।
अंत में भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
