Mercury transit in Leo 2025: 30 अगस्त को सूर्य के घर में बुध, जानिए आप पर क्या होगा असर

Edited By Updated: 29 Aug, 2025 01:00 AM

Mercury transit in Leo 2025: बुध बुद्धि के कारक हैं, सूर्य के सबसे करीब ग्रह हैं। यह ऐसे ग्रह हैं जो सूर्य से 27° से ज्यादा दूर नहीं जाते। यानी कि किसी भी कुंडली में आपको बुध की पोजीशन देखने को मिलेगी।

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Mercury transit in Leo 2025: बुध बुद्धि के कारक हैं, सूर्य के सबसे करीब ग्रह हैं। यह ऐसे ग्रह हैं जो सूर्य से 27° से ज्यादा दूर नहीं जाते। यानी कि किसी भी कुंडली में आपको बुध की पोजीशन देखने को मिलेगी। सूर्य से एक घर पीछे या एक घर आगे। सूर्य साल में लगभग 170-80 दिन के आसपास के समय अस्त रहते हैं क्योंकि वह सूर्य के सबसे ज्यादा करीब है लेकिन वही बुद्धि के भी कारक हैं। ट्रेड के भी कारक हैं। यदि बुध आपकी कुंडली में अच्छी स्थिति में गोचर में आते हैं। हालांकि यह गोचर बहुत लंबा नहीं होता। कई बार बुध 21 दिन एक ही राशि में गोचर करते हैं। जब वक्री या अस्त हो जाते हैं, वक्री अवस्था में जब जाते हैं, तो थोड़ा सा गोचर लंबा हो जाता है। लेकिन अदर वाइज बुध का गोचर स्टैंडर्ड यदि हम देख के चल तो 20-22 दिन के आसपास का ही होता है। तो इस बार 30 अगस्त को बुध वह सिंह राशि में गोचर करेंगे, यह गोचर थोड़ा सा छोटा है। 15 सितंबर तक रहेंगे  यानी कि 16 दिन ही सिंह राशि में रहेंगे और फिर आगे निकल जाएंगे। तो इन 16 दिनों के दौरान बुध कौन सी राशियों के लिए अच्छा फल करेंगे ?

सिंह राशि: बुध का गोचर सिंह राशि में हो रहा है। यदि हम वृषभ राशि का चार्ट बनाएंगे तो फोर्थ हाउस में आ जाएगी। तो फोर्थ हाउस का जो गोचर है बुध का अच्छा होता है और बुध का गोचर सिंह राशि के लिए वृषभ राशि के लिए इसलिए अच्छा है क्योंकि बुध वृषभ राशि के लिए धन भाव के स्वामी है और पंचम भाव के स्वामी हैं। यदि आप वृषभ राशि की कुंडली बनाएंगे तो दूसरे भाव में मिथुन राशि आ जाएगी, जो धन स्थान होता है। पांचवें भाव में आ जाएगी कन्या राशि। तो कन्या राशि जो होती है वह बुध की मूल त्रिकोण राशि है तो पंचम के अच्छे फल मिलेंगे। वृषभ राशि के जातकों को धन स्थान के अच्छे फल मिलेंगे। पंचम बुद्धि-विवेक का भाव होता है। पंचम संतान का भाव होता है, पंचम इंगेजमेंट का भाव होता है। तो यदि पंचम एक्टिव है यानी कि पंचम का स्वामी अच्छे प्रभाव में है तो निश्चित तौर पर आपको इस एरिया से संबंधित फल अच्छे मिल सकते हैं। यदि आप मैरिड हैं, संतान है तो संतान पक्ष से अच्छी खबर आ सकती है। यदि आप कहीं बिजनेस कर रहे हैं तो वहां पर धन का लाभ हो सकता है क्योंकि धन भाव का स्वामी अच्छे गोचर में चला जाएगा। यहां पर यह स्थिति आपके लिए अच्छी है। अ

कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए यह गोचर दूसरे भाव में होगा। बुध का दूसरे भाव का गोचर भी अच्छा होता है क्योंकि कर्क राशि के जातकों के लिए बुध पराक्रम के भाव के भी स्वामी हो जाएंगे और 12वें भाव के भी स्वामी हो जाएंगे। तो विदेश यात्रा का योग यहां पर बनता है और कोई भी काम करेंगे आप इन 15 दिन में आपका कॉन्फिडेंस लेवल थोड़ा सा बढ़ा हुआ नजर आएगा। क्योंकि बुध खुद धन स्थान में है तो धन स्थान के भी अच्छे फल कर जाएंगे तो लाभ भी हो सकता है। धन लाभ होने के चांसेस भी आपको यहां पर बहुत ज्यादा हैं।

तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर होगा 11वें भाव में। अब तुला राशि एक ऐसी राशि है जो शुक्र की राशि है और बुध यहां पर इस राशि के लिए भाग्य स्थान के स्वामी हो जाते हैं। यदि तुला राशि की पत्रिका बनाएंगे तो बुध की मिथुन राशि वह आपके नाइंथ हाउस में आएगी। इसका मतलब यह है कि भाग्य स्थान के फल अच्छे हो जाएंगे क्योंकि 11वें भाव में बुध गोचर करेंगे और आपके लिए 12वें भाव के फल अच्छे हो जाएंगे। विदेश से संबंधित जिनका काम है जो इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का काम करते हैं जिनका फॉरेक्स का काम है, उनके लिए समय अच्छा हो जाएगा। जो तुला राशि के जातकों के लिए यह समय आय के लिहाज से, प्रमोशन के लिहाज से, भाग्य के लिहाज से, अध्यात्म के लिहाज से, विदेश यात्रा के लिहाज से और धन के लिहाज से अच्छा है। तो यहां पर तुला राशि के जातकों के लिए भी बुध का यह गोचर अच्छा होगा।

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर दशम भाव में होगा क्योंकि दशम भाव कर्म का भाव है। बुध इस भाव के कारक ग्रह हैं। तो यहां पर बुध का गोचर आपके लिए कारोबारी स्थिति को अच्छा करेगा। यहां से जो फोर्थ हाउस है वहां पर सीधी दृष्टि जाती है बुध की तो क्योंकि बुध शुभ ग्रह होता है लिहाजा यहां पर आपको फोर्थ के अच्छे फल भी मिल सकते हैं। यानी कि आपकी कोई प्रॉपर्टी खरीदने की प्लानिंग है या एसेट बनाना चाहते हैं इस अवधि के दौरान कार खरीदना चाहते हैं तो निश्चित तौर पर आपको इस दिशा में सफलता मिल सकती है। यहां पर बुध जो वृश्चिक राशि है उसके लिए बुध 11वें भाव के स्वामी हो जाते हैं। क्योंकि बुध की जो मूल त्रिकोण राशि कन्या है वह 11वें भाव में आ जाती है। तो 11वां एलिवेशन, तरक्की, इच्छाओं और आय का भाव है। यहां पर निश्चित तौर पर आय भी बढ़ती हुई नजर आएगी। बुध यहां पर अष्टम के भी स्वामी हो जाते हैं। अष्टम से हम रिसर्च देखते हैं। अष्टम से वैसे तो सडन लॉस देखा जाता है। लेकिन भाव का स्वामी अच्छे प्रभाव में है तो निश्चित तौर पर आपके लिए जो रिसर्च का काम करते हैं, उनके लिए यहां पर अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे।

मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए यह गोचर आपका होगा अष्टम भाव में। अष्टम भाव में जब मकर राशि के लिए गोचर होगा तो मकर राशि के जातकों के लिए बुध है वह आपके लिए भाग्य स्थान के स्वामी हो जाते हैं क्योंकि मकर राशि के जातकों के लिए नाइंथ हाउस में आ जाती है कन्या राशि आ जाती है। तो भाग्य स्थान के स्वामी का अच्छे गोचर में आ जाना निश्चित तौर पर भाग्य के लिए अच्छा है, अध्यात्म के लिए अच्छा है। इसके अलावा यदि मकर राशि की हम पत्रिका बनाते हैं तो जो तीन राशि होती है मिथुन राशि होती है वह छठे भाव में आ जाती है तो रोग,ऋण, शत्रु का भाव होता है ये तो निश्चित तौर पर इस मोर्चे पर थोड़ी सफलता मिल सकती है। छठे का स्वामी अष्टम में जाना वैसे भी अच्छा होता है। तो यहां पर यदि आपका कोई कोर्ट केस है वहां पर सफलता मिल सकती है। यदि कोई आपके ऊपर कर्ज की स्थिति है तो वहां पर आपको सफलता मिलती हुई नजर आ सकती है क्योंकि भाव का स्वामी अह अच्छे प्रभाव में है।

मीन राशि: मीन राशि गुरु की राशि है। बुध यहां पर दोनों केंद्रों के स्वामी हो जाते हैं क्योंकि मीन राशि की यदि हम पत्रिका बनाएंगे तो बुध की कन्या राशि सीधा सप्तम भाव में आ जाएगी और जो मिथुन राशि है वो आपके फोर्थ हाउस में आ जाएगी। तो दोनों केंद्रों के फल जो है वो यहां पर अच्छे करेंगे बुध क्योंकि यहां पर छठे भाव में गोचर करेंगे। आपके पार्टनर के लिए यह गोचर अच्छा है। यदि आप कोई एसेट क्रिएशन करना चाहते हैं या कोई आप मकान खरीदना चाहते हैं, कोई प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं, कार खरीदना चाहते हैं, तो उसके लिए भी अब समय थोड़ा सा बेटर आ गया है।

यह छह राशियां हैं जिनके लिए बुध का यह गोचर अच्छा साबित होने जा रहा है। यदि आपकी कुंडली में बुध की स्थिति कमजोर है, बुध छठे भाव में है, अष्टम भाव में है, 12 में है, राहु-केतु एक्सिस में है, सूर्य के साथ ज्यादा करीब आकर अस्त हो गए हैं, तो आपको बुध की कुछ उपाय जरूर करने चाहिए।

ॐ बूम बुधाय नमः का जाप करें।

इसके अलावा घर पे यदि बहन है, मासी है, बुआ है उनको प्रणाम करना चाहिए। उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। इससे बुध अच्छा होता है। आपके घर में जो बहन होती है, वह बुध का कारक होती है। बुध हरियाली के कारक है। एक पेड़ लगाना भी बुध के लिए अच्छा होता है।

नरेश कुमार
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