Edited By Prachi Sharma,Updated: 24 Dec, 2025 02:03 PM

Motivational Tips : दुनिया के सबसे सफल व्यक्तियों में शुमार बिल गेट्स ने न केवल तकनीक और व्यापार की दुनिया में क्रांति लाई, बल्कि उन्होंने जीवन के प्रति एक बहुत ही संतुलित और व्यावहारिक नजरिया भी विकसित किया।
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Motivational Tips : दुनिया के सबसे सफल व्यक्तियों में शुमार बिल गेट्स ने न केवल तकनीक और व्यापार की दुनिया में क्रांति लाई, बल्कि उन्होंने जीवन के प्रति एक बहुत ही संतुलित और व्यावहारिक नजरिया भी विकसित किया। एक पिता के रूप में, बिल गेट्स और उनकी पूर्व पत्नी मेलिंडा गेट्स ने अपने बच्चों की परवरिश के लिए जो नियम अपनाए, वे आज के दौर के माता-पिता के लिए किसी मार्गदर्शिका से कम नहीं हैं। बिल गेट्स का मानना है कि बच्चों को विरासत में केवल संपत्ति देना काफी नहीं है, बल्कि उन्हें एक सक्षम इंसान बनाना सबसे बड़ी चुनौती है। आइए, बिल गेट्स के उन पेरेंटिंग टिप्स और विचारों को जानते हैं, जो आपके बच्चे को महानता के शिखर पर पहुंचा सकते हैं।
विरासत में संपत्ति नहीं, शिक्षा और अवसर दें
बिल गेट्स ने घोषणा की है कि उनकी संपत्ति का एक बहुत छोटा हिस्सा ही उनके बच्चों को मिलेगा। वे कहते हैं बच्चों को इतनी दौलत देना कि वे कुछ भी न करें, उनके लिए सबसे बुरा उपहार होगा। उन्हें इतना मिलना चाहिए कि वे जो चाहें कर सकें लेकिन इतना नहीं कि वे आलसी बन जाएं। बच्चों को आत्मनिर्भर बनाएं। उन्हें यह अहसास कराएं कि सफलता मेहनत से हासिल की जाती है, विरासत में नहीं मिलती।
लव एंड लॉजिक का सिद्धांत
गेट्स दंपत्ति ने अपनी पेरेंटिंग में लव एंड लॉजिक मॉडल को अपनाया। यह सिद्धांत 1970 के दशक में काफी लोकप्रिय हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के साथ बहस करने के बजाय उनके सामने विकल्प रखना है। अगर बच्चा गलती करता है, तो उसे डांटने के बजाय शांत रहें। बच्चों को छोटी समस्याओं का समाधान खुद ढूंढने दें। इससे उनकी सोचने की क्षमता और आत्मविश्वास बढ़ता है।
स्क्रीन टाइम और टेक्नोलॉजी पर नियंत्रण
हैरानी की बात यह है कि दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी के मालिक होने के बावजूद, बिल गेट्स ने अपने बच्चों को 14 साल की उम्र तक मोबाइल फोन नहीं दिया। भोजन के समय गेट्स के घर में किसी को भी फोन इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम की एक निश्चित सीमा तय की थी ताकि वे पर्याप्त नींद ले सकें और बाहरी खेलों पर ध्यान दें।
जिज्ञासा को कभी न दबाएं
बिल गेट्स बचपन में बहुत पढ़ाकू थे। उनके माता-पिता ने उनकी इस जिज्ञासा को कभी नहीं रोका, भले ही वह कभी-कभी सामाजिक कार्यक्रमों से दूर भागते थे। बच्चों को सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करें। यदि आपका बच्चा किसी विषय में गहराई से रुचि ले रहा है, तो उसे संसाधन उपलब्ध कराएं। महानता की शुरुआत जिज्ञासा से ही होती है।
बच्चों को सामाजिक जिम्मेदारी सिखाएं
बिल गेट्स और मेलिंडा ने हमेशा अपने बच्चों को दुनिया की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनाया। वे अपने बच्चों को विकासशील देशों के दौरों पर ले जाते थे ताकि वे देख सकें कि दुनिया में कितनी चुनौतियां हैं। बच्चे को केवल स्वयं के लिए जीना न सिखाएं। उन्हें समाज को वापस लौटाने का महत्व समझाएं। महानता केवल पैसा कमाने में नहीं, बल्कि दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने में है।