Edited By Lata,Updated: 12 Sep, 2019 02:42 PM
महात्मा विदूर के बारे में तो सब जानते ही हैं कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसी बहुत सारी नीतियों की रचना की है
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
महात्मा विदूर के बारे में तो सब जानते ही हैं कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसी बहुत सारी नीतियों की रचना की है, जिसे अगर आज के समय में कोई अपना ले तो उसकी नईयां पार हो जाएगी। महात्मा विदुर ने आगे एक श्लोक के जरिए मनुष्य के सुखी जीवन का सार बताने की कोशिश की है। उनके अनुसार जो व्यक्ति इन बातों को अपना लेता है वह जीवन में सुख पाता है।
एको धर्म: परम श्रेय: क्षमैका शान्तिरुक्तमा।
विद्वैका परमा तृप्तिरहिंसैका सुखावहा ॥
महात्मा विदुर ने बताया है कि जो व्यक्ति हमेशा धर्म की राह पर चलता है तो वह कभी कुछ बुरा नहीं कह सकता। इसका मतलब यह है कि अगर आपको जीवन में सुख-शांति चाहिए तो धर्म की राह पर चलें। इससे ना सिर्फ आपका भला होगा बल्कि दूसरों का भी कल्याण होगा।
कहते हैं कि जो व्यक्ति सफल होता है वह अपने जीवन में खूब गलतियां करता है। लेकिन समझदार व्यक्ति वह होता है जो गलती को क्षमा कर जीवन में आगे बढ़ जाता है।
व्यक्ति का सबसे बड़ा ज्ञान ही उसका धन है। ऐसे व्यक्ति जो किसी लालच के बिना अपने ज्ञान से ही हमेशा संतोष करते हैं तो संसार में उनसे ज्यादा कोई सुखी नहीं है।
जो व्यक्ति हमेशा शांति के साथ अहिंसा की राह पर चलता हुए अपना जीवन व्यतीत करता है, वह सबसे सुखी रहता है।