Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Dec, 2021 08:57 AM
चार शांति का प्रतीक है। ऐसे व्यक्ति सहिष्णु, सौम्य, विपत्ति में भी धैर्य रखने वाले और गंभीर प्रकृति के होते हैं। इनका दिमाग शांत रहता है। नवीनता और शोध इनके जीवन के प्रमुख गुण हैं और गहराई तक जाकर छानबीन या शोध करना इनकी विशेषता है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Numerology number 4: चार शांति का प्रतीक है। ऐसे व्यक्ति सहिष्णु, सौम्य, विपत्ति में भी धैर्य रखने वाले और गंभीर प्रकृति के होते हैं। इनका दिमाग शांत रहता है। नवीनता और शोध इनके जीवन के प्रमुख गुण हैं और गहराई तक जाकर छानबीन या शोध करना इनकी विशेषता है।
ये मौलिक विचारों के धनी होते हैं। इनका स्वभाव व्यस्थित कार्य करना और पूर्ण योजनाबद्ध तरीके से ही आगे बढ़ते हैं। भविष्य को पहचानने की इनमें अद्भुत क्षमता होती है और जो भी ये अनुमान लगाते हैं वह आगे चल कर पूर्णत: सही होता है।
ये व्यक्ति भाग्यशाली कहे जा सकते हैं क्योंकि परिस्थितियां स्वत: ही कुछ इस प्रकार से ढलती रहती हैं कि इन्हें अपना रास्ता अपने आप मिलता है। यद्यपि ये योजनाबद्ध रूप से चलते हैं, फिर भी आर्थिक क्षेत्र में ये पिछड़ जाते हैं। इनका बजट हमेशा डांवाडोल रहता है और जेब में पैसा टिकता नहीं है। भावुक और सहृदय होने के कारण इनका काफी समय और पैसा लोकहित में ही समाप्त हो जाता है और बजट गड़बड़ाने का एक कारण परमार्थ भी होता है।
ये अधिकतर एकांतप्रिय होते हैं और अधिक घुलते-मिलते नहीं। इनके मित्र सीमित होते हैं और रुचियां भी कम होती हैं। इनका स्वास्थ्य ठीक ही होता है और ये स्वास्थ्य के प्रति सचेत भी बने रहते हैं। आहार संतुलित होता है और रहन-सहन सादगीपूर्ण व सीधा-सादा होता है। ये घुले-मिलें या बहिर्मुखी वृत्ति अपनाएं तो अधिक सफल हो सकते हैं। ये अच्छे शिक्षक, इंजीनियर और लेखक बन सकते हैं।
शुभ वार: भाग्यांक चार के लिए शुभ वार सोमवार और बुधवार हैं।
शुभ मास: फरवरी, अप्रैल और अगस्त हैं।
शुभ तारीखें : 2, 4, 8, 13, 16, 20, 22, 26 और 31 हैं।