Edited By Prachi Sharma,Updated: 03 Sep, 2025 08:46 AM

Prayagraj Bade Hanuman Mandir: प्रयागराज के संगम तट से लगभग 800 मीटर दूर स्थित ऐतिहासिक लेटे हनुमान मंदिर में आज एक बार फिर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जब 8 दिन के जलशयन के बाद मंदिर के कपाट दोपहर 12 बजे भक्तों के दर्शन हेतु खोले गए।
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Prayagraj Bade Hanuman Mandir: प्रयागराज के संगम तट से लगभग 800 मीटर दूर स्थित ऐतिहासिक लेटे हनुमान मंदिर में आज एक बार फिर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जब 8 दिन के जलशयन के बाद मंदिर के कपाट दोपहर 12 बजे भक्तों के दर्शन हेतु खोले गए।
हाल ही में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण मंदिर परिसर में पानी भर गया था, और भगवान हनुमान जलमग्न अवस्था में जलशयन की स्थिति में चले गए थे। यह नजारा हर साल देखने को मिलता है, जब मां गंगा स्वयं प्रभु के चरण धोने के लिए मंदिर तक आती हैं। इस बार यह अद्भुत संगम चार बार बना, जब मंदिर में गंगा जल प्रवेश करता रहा।
बाघंबरी मठ के महंत बलबीर गिरि जी महाराज के अनुसार, जैसे ही गंगा मैया का जलस्तर कम हुआ और मंदिर से पानी वापस गया, मंदिर में विधिवत पंचामृत से अभिषेक, आरती और पूजन संपन्न हुआ। शंख, घंटे और घड़ियाल की गूंज के साथ पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
महंत जी ने यह भी बताया कि यह केवल एक भौतिक घटना नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक है। मान्यता है कि जब मां गंगा हनुमान जी को स्नान कराती हैं, तब पूरे प्रयागराज में सुख, समृद्धि और शांति का संचार होता है। यही कारण है कि जलस्तर बढ़ने की खबर से भक्तों में खुशी की लहर दौड़ जाती है।
गंगा के चरण-स्पर्श और स्नान के बाद जैसे ही मंदिर परिसर जलमुक्त हुआ, भक्तों ने भारी संख्या में पहुंचकर भगवान हनुमान के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया।