Edited By Jyoti,Updated: 27 Aug, 2022 12:55 PM
वास्तु शास्त्र में घर का हर कोना प्रभावशाली माना गया है। इसलिए कहा जाता है कि घर का निर्माण करते समय वास्तु के नियमों का खासा ध्यान रखना चाहिए। तो वहीं वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार घर के मौजूद प्रत्येक हर चीज़ भी वहां रह रहे लोगों पर अच्छा बुरा दोनों...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तु शास्त्र में घर का हर कोना प्रभावशाली माना गया है। इसलिए कहा जाता है कि घर का निर्माण करते समय वास्तु के नियमों का खासा ध्यान रखना चाहिए। तो वहीं वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार घर के मौजूद प्रत्येक हर चीज़ भी वहां रह रहे लोगों पर अच्छा बुरा दोनों तरह का प्रभाव डालते हैं इसलिए घर में वास्तु का हर तरह से ध्यान रखना चाहिए। तो आइए आज आपको बतात हैं कि वास्तु शास्त्र में बताए गए पूजा घर से जुड़े खास बातें, जिनका ध्यान रखना वास्तु के लिहाज से रखना बहुत जरूरी माना जाता है। कहा जाता है अगर पूजा घर वास्तु के अनुसार न हो तो वो अशुभ प्रभाव देने लगता है। तो अगर आपके घर में पूजा घर है, मगर फिर भी आपको अशुभ प्रभाव मिल रहे हैं तो आगे दिए गए वास्तु टिप्स को जरूर अपनाएं-
वास्तु जानकारों का कहना है कि मंदिर में लाल रंग का कपड़ा न बिछाएं। साथ ही मुख को पूर्व दिशा की ओर करके बैठें।
एक ही भगवान की कई तस्वीरें लगाने से बचें। घर में २ शिवलिंग से ज्यादा नहीं रखें। वहीं, 2 से ज्यादा शंख भी न रखें। सूर्य की प्रतिमा भी 2 से ज्यादा न हों क्योंकि अगर आप इनका ध्यान नहीं रखेंगे, तो घर में अशांति फैलती है।
सुबह-शाम घर में घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से धन लाभ होगा। रुके हुए पैसों का आवागमन भी सही हो जाएगा।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें
प्रसन्न मुख वाले देवी-देवताओं की तस्वीर घर के मंदिर में रखनी चाहिएं।
वास्तु के अनुसार घर में मंदिर कभी भी बैडरूम, किचन, सीढ़ियों के नीचे या बेसमैंट में नहीं बनवाना या रखना चाहिए। इसके अलावा, मंदिर कभी भी टॉयलट के सामने, ऊपर या नीचे नहीं होना चाहिए।
वास्तु दोष के कारण तरक्की रुक गई है तो सावन में सोमवार के दिन समी का पौधा लाएं और घर के प्रवेश द्वार पर लगाएं। इसे नियमित जल देने से सुख-समृद्धि बरकरार रहती है और जैसे-जैसे समी का पौधा विकसित होता है, वैसे-वैसे घर की तरक्की होती है।