Edited By Prachi Sharma,Updated: 31 Dec, 2025 01:52 PM
Ujjain Mahakal Darshan :अंग्रेजी कैलेंडर वर्ष 2025 के अंतिम दिन उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। नववर्ष के स्वागत से पहले बाबा महाकाल के दर्शन के लिए बुधवार तड़के सुबह चार बजे से ही...
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Ujjain Mahakal Darshan :अंग्रेजी कैलेंडर वर्ष 2025 के अंतिम दिन उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। नववर्ष के स्वागत से पहले बाबा महाकाल के दर्शन के लिए बुधवार तड़के सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिर परिसर में दिखाई दीं। इस विशेष अवसर पर मंदिर को आकर्षक और भव्य रूप से सजाया गया था।
तड़के भस्म आरती के दौरान पंचामृत पूजन के पश्चात कर्पूर आरती संपन्न की गई। भगवान महाकाल का रजत चंद्र, त्रिपुण्ड और मखाने की माला से अलौकिक शृंगार किया गया। नंदी हॉल में नंदीजी का विधिवत स्नान, ध्यान और पूजन किया गया। इसके बाद भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया गया और दूध, दही, घी, शक्कर, शहद एवं फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन संपन्न हुआ।
भोग में ड्रायफ्रूट, फल और मिठाइयां अर्पित की गईं, जिसके पश्चात महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष और सुगंधित पुष्पों की मालाएं धारण कीं।
मान्यता है कि भस्म अर्पण के पश्चात भगवान महाकाल निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं। भस्म आरती में बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेकर नववर्ष के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
विशाल ठाकुर