Edited By Tanuja,Updated: 15 Jun, 2025 07:33 PM

:एक साधारण सैलून से शुरू होकर ग्लैमर वर्ल्ड और वैश्विक मंच तक अपनी अलग पहचान बनाने वाली डॉ. दलजीत कौर आज ब्यूटी-वेलनेस...
International Desk:एक साधारण सैलून से शुरू होकर ग्लैमर वर्ल्ड और वैश्विक मंच तक अपनी अलग पहचान बनाने वाली डॉ. दलजीत कौर आज ब्यूटी-वेलनेस इंडस्ट्री की एक चमकता सितारा हैं। उनकी सफलता की कहानी सिर्फ उनके खुद के संघर्ष की नहीं, बल्कि उन हज़ारों महिलाओं की भी है, जिन्हें उन्होंने आत्मनिर्भर बनने का रास्ता दिखाया।
गुवाहाटी से ग्लोबल सफर
गुवाहाटी से अपनी यात्रा शुरू करने वाली डॉ. कौर ने Cleopatra और DKS Academy जैसे नामी ब्यूटी व वेलनेस संस्थानों की दिल्ली और मुंबई में स्थापना की। एक इंटरनेशनल कॉस्मेटोलॉजिस्ट, एस्थेटिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट, रेकी मास्टर और होलिस्टिक हीलर के रूप में उन्होंने 30 वर्षों से अधिक का अनुभव बटोरा है। अब तक 2 लाख से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दे चुकी हैं। उनकी ट्रेनिंग से निकले छात्र आज अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में कामयाब करियर बना चुके हैं। उन्होंने सैंकड़ों दुल्हनों को उनके विशेष दिन पर सजाया-संवारा है।
समाज सेवा में भी अग्रणी
डॉ. कौर का मानना है कि सौंदर्य तभी संपूर्ण है जब वह सेवा से जुड़ा हो । उन्होंने अपने IAWA NGO के माध्यम से सैकड़ों जरूरतमंद लड़कियों को फ्री ट्रेनिंग दी है ताकि वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। उनके कोर्स को City & Guilds London और भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट मिशन से मान्यता प्राप्त है।
ब्यूटी इंडस्ट्री में विशेषज्ञता
उन्होंने VLCC, Unilever, Jovees, Herbal Glow जैसे बड़े ब्रांड्स के लिए प्रोडक्ट डेवलपमेंट में अहम भूमिका निभाई।भारत के 200 से ज्यादा शहरों के अलावा श्रीलंका, कतर, नेपाल, दुबई में वे सेमिनार व वर्कशॉप्स आयोजित कर चुकी हैं।

ग्लैमर वर्ल्ड में पहचान
डॉ. कौर ने मिसेज इंडिया 2015 , मिसेज एशिया 2016 , और मिसेज यूनिवर्स पॉपुलर 2016 जैसे प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किए।उन्होंने ‘भाभी’, ‘बालिका’, ‘तुम बिन जिया जाए ना’ जैसी फिल्मों में अभिनय कर दर्शकों का दिल जीता।
डिजिटल युग की अगुवाई
उन्होंने ऑनलाइन कोर्सेस के जरिए कम लागत में इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग को सबके लिए सुलभ बनाया।अब वे अपनी खुद की हर्बल और मरीन-बेस्ड स्किन व हेयर प्रोडक्ट्स की रेंज लॉन्च करने जा रही हैं।

प्रेरणा की मिसाल
डॉ. दलजीत कौर की कहानी सिर्फ सैलून से सिनेमा तक की नहीं, बल्कि हर उस महिला की आवाज है जो आत्मनिर्भर बनना चाहती है। उनकी यात्रा यह बताती है कि अगर जुनून और सेवा की भावना हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।