Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 08 May, 2025 02:29 PM

भारत ने आतंक के खिलाफ एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत कुख्यात आतंकी और आईसी-814 विमान अपहरण के मास्टरमाइंड रऊफ अजहर अजहर को ढेर कर दिया है। यह कार्रवाई बुधवार को पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर...
इंटरनेशनल डेस्क: भारत ने आतंक के खिलाफ एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत कुख्यात आतंकी और आईसी-814 विमान अपहरण के मास्टरमाइंड रऊफ अजहर अजहर को ढेर कर दिया है। यह कार्रवाई बुधवार को पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमलों के जरिए की गई। इंडिया TV की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी रऊफ अजहर को मार दिया गया है।
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए एक और बड़ी सफलता हासिल की है। बुधवार को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से तबाह कर दिया। इस हमले में सबसे बड़ी सफलता यह रही कि कुख्यात आतंकी और कंधार प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया है। यह वही आतंकी है जिसने 1999 में IC-814 विमान अपहरण की साजिश रची थी।
कौन था अब्दुल रऊफ अजहर?
अब्दुल रऊफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन का सीनियर कमांडर था और मसूद अजहर का छोटा भाई था। रऊफ को भारत के साथ-साथ अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने भी "ग्लोबल टेररिस्ट" घोषित किया हुआ था। वह भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता था और लंबे समय से मोस्ट वांटेड आतंकियों में शामिल था।
ऑपरेशन सिंदूर – भारत की जवाबी कार्रवाई
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने का फैसला लिया। इसके तहत भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक अभियान शुरू किया और पाकिस्तान के पंजाब तथा कब्जे वाले कश्मीर (POK) में मौजूद आतंकियों के अड्डों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। इन्हीं हमलों में अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया।IC-814 अपहरण – जब भारत झुक गया था 24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814, जो काठमांडू से दिल्ली जा रही थी, को पांच आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था। विमान में 176 यात्री और 15 क्रू मेंबर थे। आतंकियों ने विमान को अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए अंततः अफगानिस्तान के कंधार ले जाया, जहां उस समय तालिबान का कब्जा था। हाईजैकर्स ने यात्रियों की जान के बदले भारत सरकार से 3 खूंखार आतंकियों की रिहाई की मांग की, जिनमें मौलाना मसूद अजहर, उमर सईद शेख और मुश्ताक जरगर शामिल थे। भारत सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए इन आतंकियों को छोड़ दिया और यह घटना भारत की सुरक्षा नीति के लिए एक बड़ा झटका मानी गई।
रऊफ अजहर साजिश का मास्टरमाइंड
रऊफ अजहर ने ही इस पूरे ऑपरेशन की योजना बनाई थी। उसका उद्देश्य अपने भाई मौलाना मसूद अजहर को भारतीय जेल से छुड़ाना था। उसने ISI और हरकत-उल-मुजाहिदीन के साथ मिलकर इस हाईजैक की साजिश रची। काठमांडू में विमान में सवार होने वाले आतंकियों का चयन और उनकी गतिविधियों का पूरा समन्वय रऊफ ने ही किया। उसका भाई इब्राहिम अतहर इस हाईजैक में सक्रिय रूप से शामिल था।