Edited By Pardeep,Updated: 01 Aug, 2025 11:07 PM

इंडोनेशिया के पूर्वी नूसा तेंगारा प्रांत में स्थित माउंट लेवोटोबी लकी-लकी ज्वालामुखी ने शुक्रवार को जबरदस्त तरीके से विस्फोट किया। देश की ज्वालामुखी निगरानी एजेंसी के अनुसार, इस विस्फोट के दौरान ज्वालामुखी से 10 किलोमीटर (लगभग 6.2 मील) ऊँचाई तक राख...
इंटरनेशनल डेस्कः इंडोनेशिया के पूर्वी नूसा तेंगारा प्रांत में स्थित माउंट लेवोटोबी लकी-लकी ज्वालामुखी ने शुक्रवार को जबरदस्त तरीके से विस्फोट किया। देश की ज्वालामुखी निगरानी एजेंसी के अनुसार, इस विस्फोट के दौरान ज्वालामुखी से 10 किलोमीटर (लगभग 6.2 मील) ऊंचाई तक राख का घना गुबार हवा में फैल गया।
यह ज्वालामुखी हाल के महीनों में कई बार फट चुका है। जुलाई की शुरुआत में हुए एक विस्फोट में तो यह राख 18 किलोमीटर तक आसमान में फैल गई थी, जिससे नजदीकी प्रसिद्ध टूरिस्ट स्थल बाली आने-जाने वाली उड़ानों पर असर पड़ा था।
शुक्रवार को एजेंसी ने लोगों को चेतावनी दी कि ज्वालामुखी के गड्ढे से कम से कम 6 से 7 किलोमीटर दूर रहें। साथ ही, भारी बारिश होने की स्थिति में कीचड़भरे मलबे (लाहर) के बहाव से सावधान रहने को भी कहा गया है, जो जानलेवा हो सकता है।
एजेंसी द्वारा साझा की गई तस्वीरों में ज्वालामुखी के ऊपर बिजली चमकती दिख रही है, और राख के गुबार पर लावा की लाल रोशनी झलक रही है, जो एक बेहद डरावना लेकिन आश्चर्यजनक दृश्य था।
माउंट लेवोटोबी दो ज्वालामुखियों का समूह
माउंट लेवोटोबी दो ज्वालामुखियों का समूह है — लेवोटोबी लकी-लकी (पुरुष) और लेवोटोबी पेरंपुआन (महिला)। यह क्षेत्र ज्वालामुखीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है क्योंकि यह 'रिंग ऑफ फायर' में स्थित है — एक ऐसा क्षेत्र जहां पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स की गतिविधि अधिक होती है और भूकंप व ज्वालामुखी विस्फोट आम हैं।