Edited By Pardeep,Updated: 02 Nov, 2025 11:10 PM

तेहरान ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम से पीछे हटने वाला नहीं है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेझेश्कियन ने रविवार (2 नवंबर 2025) को कहा कि अमेरिका के हमलों के बावजूद देश अपने परमाणु ठिकानों को “पहले से ज्यादा ताकतवर तरीके से”...
इंटरनेशनल डेस्कः तेहरान ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम से पीछे हटने वाला नहीं है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेझेश्कियन ने रविवार (2 नवंबर 2025) को कहा कि अमेरिका के हमलों के बावजूद देश अपने परमाणु ठिकानों को “पहले से ज्यादा ताकतवर तरीके से” दोबारा बनाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान परमाणु हथियार बनाना नहीं चाहता।
पेझेश्कियन ने यह बयान तेहरान में ईरान की परमाणु ऊर्जा संगठन (Atomic Energy Organization of Iran) के दौरे के दौरान दिया। इस दौरान उन्होंने ईरान के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिकों और अधिकारियों से मुलाकात की।
राष्ट्रपति ने कहा, “कुछ इमारतों और फैक्ट्रियों को नष्ट कर देने से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हम उन्हें फिर से बनाएंगे, और इस बार और ज्यादा मजबूती के साथ।”
जून में हुआ था अमेरिकी हमला
इस साल जून 2025 में अमेरिका ने ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। वाशिंगटन का दावा था कि ये ठिकाने गुप्त रूप से परमाणु हथियार बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे। वहीं, तेहरान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह नागरिक और वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए है जैसे चिकित्सा, स्वास्थ्य और ऊर्जा से जुड़ी जरूरतों को पूरा करना।
पेझेश्कियन ने कहा, “हमारा परमाणु कार्यक्रम जनता की भलाई के लिए है, बीमारियों के इलाज और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए।”
ट्रंप की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि अगर ईरान ने फिर से अपने नष्ट किए गए परमाणु ठिकानों को शुरू करने की कोशिश की, तो अमेरिका एक और बड़ा हमला करेगा।