Edited By Rohini Oberoi,Updated: 11 Aug, 2025 09:19 AM

गाजा में इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में एक बड़ा और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां इजरायली हमले में अल-शिफा अस्पताल के पास पत्रकारों के लिए बने एक तंबू पर हमला हुआ जिसमें अलजजीरा के पत्रकार अनस अल-शरीफ सहित कुल 5 पत्रकारों की मौत...
इंटरनेशनल डेस्क। गाजा में इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में एक बड़ा और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां इजरायली हमले में अल-शिफा अस्पताल के पास पत्रकारों के लिए बने एक तंबू पर हमला हुआ जिसमें अलजजीरा के पत्रकार अनस अल-शरीफ सहित कुल 5 पत्रकारों की मौत हो गई।
हमले में 7 लोगों की गई जान
रिपोर्ट के अनुसार रविवार देर शाम हुए इस हमले में कुल 7 लोगों की जान चली गई जिनमें 5 पत्रकार शामिल थे। अलजजीरा ने एक स्थानीय अस्पताल के प्रमुख के हवाले से बताया है कि इस हमले में उनके 4 पत्रकार मारे गए। मरने वाले पत्रकारों में अनस अल-शरीफ, मोहम्मद करीकेह, इब्राहिम जहीर, मोहम्मद नौफल और मोअमेन अलीवा शामिल हैं।
हमले से ठीक पहले अनस अल-शरीफ ने एक भावुक पोस्ट में लिखा था, "अगर मेरे ये शब्द आप तक पहुंचें तो जान लीजिए कि इज़रायल मुझे मारने और मेरी आवाज़ दबाने में कामयाब हो गया है लेकिन गाज़ा को मत भूलना।"
IDF ने पत्रकार को बताया आतंकी
इस बीच इजरायल डिफेंस फोर्स ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके चौंकाने वाला दावा किया है। IDF ने अनस अल-शरीफ को एक हमास आतंकवादी बताया है जो खुद को अलजजीरा का पत्रकार कहता था। IDF का कहना है कि उनके पास गाजा से मिली खुफिया जानकारी और दस्तावेज़ हैं जिनसे यह साबित होता है कि अनस अल-शरीफ हमास का एक कार्यकर्ता था और वह हमास के आतंकवादी समूह का प्रमुख था।
IDF ने यह भी कहा कि प्रेस का बैज आतंकवाद के लिए ढाल नहीं है।