Edited By Seema Sharma,Updated: 26 May, 2023 09:02 AM

कोरोना वायरस को तीन साल से अधिक समय हो चुका है। इन तीन सालों में कोरोना के कई नए वैरिएंट आए जिन्होंने अपना कहर बरपाया है। कोरोना से चीन में सबसे ज्यादा बुरे हाल हुए थे।
इंटरनेशनल डेस्क: कोरोना वायरस को तीन साल से अधिक समय हो चुका है। इन तीन सालों में कोरोना के कई नए वैरिएंट आए जिन्होंने अपना कहर बरपाया है। कोरोना से चीन में सबसे ज्यादा बुरे हाल हुए थे। वहीं चीन में कोरोना एक बार फिर से कहर बरपाने वाला है। खबर है कि जून के आखिरी में चीन में कोरोना वायरस का पीक आ सकता है और मामले एक हफ्ते में साढ़े छह करोड़ तक जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन के XBB वैरिएंट के चलते चीन में तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं।
स्थानीय मीडिया ने ग्वांगझू में एक बायोटेक कॉन्फ्रेंस में श्वसन रोग विशेषज्ञ झोंग नानशान द्वारा पेश रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि चीन में जून के आखिरी तक हर हफ्ते कोरोना के 6.5 करोड़ केस मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि चीन में कोरोना का XBB वैरिएंट घातक साबित हो सकता है।
XBB, Omicron के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का हाइब्रिड है। XBB वैरिएंट को BA.2.75 की तुलना में अंधिक संक्रामक बताया जा रहा है। इससे पहले चीन में जब कोरोना की लहर आई थी, तब एक दिन में सबसे ज्यादा 3.7 करोड़ केस मिले थे। यह चीन में एक दिन में मिले सबसे ज्यादा केस थे, तब चीन में हालात काफी बिगड़ गए थे। पिछले साल चीन में कोरोना ने ऐसा कहर बरपाया था कि वहां दवाइयों तक की कमी आ गई थी।