Edited By Tanuja,Updated: 02 Dec, 2025 06:58 PM

रूस से जॉर्जिया जा रहे सूरजमुखी तेल से भरे टैंकर मिडवोल्गा-2 पर काला सागर में ड्रोन हमला हुआ। यह रूस के छद्म बेड़े पर तीसरा हमला है। तुर्किये ने घटना की पुष्टि की और बताया कि सभी 13 क्रू सुरक्षित हैं। राष्ट्रपति एर्दोआन ने हमले को संघर्ष की खतरनाक...
International Desk: सूरजमुखी का तेल लेकर रूस से जॉर्जिया जा रहे एक टैंकर पर काला सागर में हमला किया गया। तुर्किये के समुद्री प्राधिकरण ने मंगलवार को यह जानकारी दी। प्राधिकरण ने बताया कि कुछ दिन पहले ही रूस के ‘छद्म बेड़े' में शामिल दो तेल टैंकर पर यूक्रेन की नौसेना ने ड्रोन से निशाना बनाया था। तुर्किये के समुद्री मामलों के महानिदेशालय ने बताया कि मिडवोल्गा-2 पर तुर्किये के तट से लगभग 130 किलोमीटर (80 मील) दूर हमला हुआ।
चालक दल के 13 सदस्यों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और पोत से कोई आपात सहायता के लिए अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है। समुद्री प्राधिकरण ने 14 दिसंबर को एक बयान में कहा कि यह टैंकर तुर्किये के बंदरगाह सिनोप की ओर बढ़ रहा था। तुर्किये के राष्ट्रपति राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने सोमवार को दो रूसी जहाजों, कैरोस और विराट पर यूक्रेन के ड्रोन हमले का विरोध करते हुए कहा था कि यह संघर्ष के ‘‘चिंताजनक स्तर पर बढ़ने'का संकेत है।