Edited By Anu Malhotra,Updated: 05 Aug, 2025 07:26 AM

आज के दौर में हवाई यात्रा सबसे तेज़ और सुविधाजनक यात्रा विकल्पों में से एक बन चुकी है। कुछ ही घंटों में आप हजारों किलोमीटर का सफर तय कर लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि लगभग हर हवाई जहाज का रंग सफेद ही क्यों होता है? यह सिर्फ एक डिजाइन...
नेशनल डेस्क: आज के दौर में हवाई यात्रा सबसे तेज़ और सुविधाजनक यात्रा विकल्पों में से एक बन चुकी है। कुछ ही घंटों में आप हजारों किलोमीटर का सफर तय कर लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि लगभग हर हवाई जहाज का रंग सफेद ही क्यों होता है? यह सिर्फ एक डिजाइन चॉइस या लुक की बात नहीं है, बल्कि इसके पीछे छिपे हैं कुछ वैज्ञानिक कारण जो विमान की सुरक्षा, लागत और प्रदर्शन से जुड़े होते हैं।
सफेद रंग क्यों होता है हवाई जहाज़ पर?
1. वज़न होता है कम
सफेद रंग को हल्के पेंट के रूप में जाना जाता है। जब विमान पर गहरा रंग पेंट किया जाता है, तो उससे विमान का वज़न बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, गहरे रंग के इस्तेमाल से विमान का वजन ऐसा हो सकता है मानो उसमें 8 यात्रियों का अतिरिक्त भार जोड़ा गया हो। एयरलाइंस के लिए वजन जितना कम, ईंधन की खपत उतनी ही कम – और लागत भी घटती है।
2. सुरक्षा के लिहाज से बेहतर
सफेद रंग की सतह पर अगर कोई खरोंच, दरार या तेल का रिसाव होता है, तो वह तुरंत नज़र आ जाता है। इससे विमान की सुरक्षा जांच आसान हो जाती है और समय रहते किसी भी तकनीकी खराबी को पकड़ा जा सकता है। अन्य गहरे रंगों पर ऐसी चीजें छिप सकती हैं, जिससे जोखिम बढ़ सकता है।
3. गर्मी से बचाव
सफेद रंग सूरज की किरणों को रिफ्लेक्ट करता है, जबकि गहरे रंग गर्मी को सोख लेते हैं। इसीलिए सफेद रंग विमान को गर्म होने से बचाता है और अंदर के तापमान को नियंत्रित बनाए रखता है। इसका असर यात्रियों के आराम और विमान की एयर कंडीशनिंग सिस्टम पर भी पड़ता है।
4. रंग फीका नहीं पड़ता
हवाई जहाज लगातार तेज़ धूप, ऊंचे तापमान और ऊंचाई पर मौजूद पराबैंगनी किरणों के संपर्क में रहता है। सफेद रंग इन परिस्थितियों में भी लंबे समय तक टिकाऊ बना रहता है और जल्दी से फीका नहीं पड़ता, जिससे एयरलाइन की मेंटेनेंस लागत कम होती है।