Edited By Parminder Kaur,Updated: 04 Aug, 2024 01:25 PM
इटली के जियानमाकों तम्बेरी और कतर के मुताज बरतिम की दोस्ती की कहानी एक प्रेरणादायक और भावुक कहानी है, जो दोस्ती और संघर्ष की सच्ची भावना को दर्शाती है। दरअसल, 2021 के टोक्यो ओलंपिक में हाई जंप के मुकाबले में दोनों के बीच मुकाबला टाई हो गया था। आखिरी...
नेशनल डेस्क. इटली के जियानमाकों तम्बेरी और कतर के मुताज बरतिम की दोस्ती की कहानी एक प्रेरणादायक और भावुक कहानी है, जो दोस्ती और संघर्ष की सच्ची भावना को दर्शाती है। दरअसल, 2021 के टोक्यो ओलंपिक में हाई जंप के मुकाबले में दोनों के बीच मुकाबला टाई हो गया था। आखिरी निर्णायक जंप के पहले तम्बेरी चोटिल हो गए। दोस्त को दर्द से कराहता देख अरशिम ने रैफरी के सामने ऐसी पेशकश रखी कि वो भी दंग रह गए। उन्होंने पूछा कि क्या गोल्ड मेडल बॉट सकते हैं? तम्बेरी अपने दोस्त बरशिम से गले लगकर रोने लगे। दोनों खिलाड़ियों ने यह दिखा दिया कि दोस्ती से बढ़कर कोई मेडल नहीं है।
1. दोस्ती की शुरुआत:
जियानमाकों तम्बेरी और मुताज बरतिम की दोस्ती 2017 में एक अनौपचारिक मीट में शुरू हुई, जहां दोनों एथलीट एक-दूसरे से मिले। दोनों के बीच की पहली मुलाकात खेल और सम्मान की भावना से भरी थी।
2. खेल की कठिनाइयाँ और समर्थन:
2019 में, दोनों एथलीटों के बीच की दोस्ती और भी मजबूत हो गई जब जियानमाकों तम्बेरी और मुताज बरतिम ने एक-दूसरे के प्रदर्शन को लेकर खुलकर समर्थन किया। तम्बेरी ने बार-बार चोटों और कठिनाइयों का सामना किया, और बरतिम ने हमेशा उन्हें प्रेरित और समर्थन किया।
3. टोक्यो 2020 ओलंपिक:
टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में जियानमाकों तम्बेरी और मुताज बरतिम की दोस्ती ने खेल की दुनिया को एक नई दृष्टि दी। दोनों एथलीटों ने हाई जंप में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन किसी भी विजेता के बजाय दोनों ने एक विशेष पल साझा किया, जब तम्बेरी ने अपने फाइनल में घायल होने के बावजूद संघर्ष किया तो बरतिम ने तम्बेरी की मदद की और उन्हें मनोबल बढ़ाया। तम्बेरी और बरतिम दोनों को समान स्कोर पर घोषित किया गया और दोनों ने गोल्ड मेडल साझा किया। यह क्षण उनकी गहरी दोस्ती का प्रतीक था।
4. प्रेरणा और सम्मान:
उनकी दोस्ती ने खेल की दुनिया को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि खेलmanship और दोस्ती को सबसे ऊपर रखा जाना चाहिए, जियानमाकों तम्बेरी और मुताज बरतिम ने न केवल गोल्ड मेडल जीते, बल्कि उन्होंने एक ऐसा बंधन साझा किया, जो खेल के प्रति सच्ची निष्ठा और सम्मान को दर्शाता है।
जियानमाकों तम्बेरी और मुताज बरतिम की दोस्ती की यह कहानी हमें सिखाती है कि खेल में प्रतिस्पर्धा के बावजूद मित्रता और समर्थन की भावना सर्वोपरि है।