गोल्डन जुबली मना रहा अमूल, जानिए कैसा रहा 77 साल पहले शुरू हुआ सफर

Edited By Updated: 22 Feb, 2024 04:02 PM

amul is celebrating its golden jubilee

अमूल  ब्रांड किसी पहचान का मोहताज नहीं है। बच्चों से बुज़ुर्गों तकरीबन सारे प्रोडक्ट पसंद करते हैं। तकरीबन घरों में चाय के दूध के लिए अमूल के दूध का प्रयोग होता है।

नेशनल डेस्क: अमूल  ब्रांड किसी पहचान का मोहताज नहीं है। बच्चों से बुज़ुर्ग सभी कंपनी के सारे प्रोडक्ट पसंद करते हैं। तकरीबन घरों में चाय के दूध के लिए अमूल के दूध का प्रयोग होता है। इतना नहीं अमूल नाम सुनते ही दिमाग में अमूल बटर का नाम आता है। गुजरात से आजादी से पहले शुरू हुआ आज यह सफर एक बड़ा कारोबार बना है। कंपनी गुरूवार यानि की 23 फरवरी को इस की गोल्डन जुबली सेलिब्रेट कर रही है। आइए जानते हैं कि इस कंपनी की शुरूआत कैसे हुई और इसे कैसा रहा इसका सफर-

PunjabKesari

77 साल पहले शुरू हुआ सफर-
अमूल की शुरुआत की कहानी काफी इंट्रेस्टिंग है। कंपनी ने 1945-46 में कारोबार शुरू किया था। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सहकारी योजना की नींव रखी थी। उसके बाद 14 दिसंबर 1946 को सहकारी सोसाइटी के तौर पर इसका रजिस्ट्रेशन हुआ। कहा जाता है कि शुरू में दुग्ध उत्पादक अपना दूध बिचौलियों और व्यापारियों को बेचने पर मजबूर थे इसके लिए समिति का गठन किया गया। इस सहकारी यूनियन की स्थापना के साथ ही किसानों के पास स्वामित्व था। समय के बदलने के साथ प्रोफेश्नल्स को डेयरी चलाने के लिए और व्यवसाय का प्रबंधन करने के लिए नियुक्त किया गया। अमूल ने भारत को दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक के रुप में उभरने में मदद की।

इतना है प्रतिदिन का कारोबार-
शुरुआत में कंपनी की क्षमता 250 लीटर प्रति दिन की थी। वर्तमान में कंपनी का 52,000 करोड़ का कारोबार है और रोज़ाना 33 लाख लीटर दूध का कलेक्शन करती है। कंपनी का पूरी दुनिया के दूध उत्पादन में 1.2 प्रतिशत हिस्सा है।

PunjabKesari

कब हुई अमूल बटर की शुरूआत-

अमूल बटर भारत के साथ- साथ अन्य देशों को भी टक्कर दे रहा है। वहीं इसकी शुरूआत 1956 में हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बटर को प्रमोट करने के लिए अमूल ने नया तरीका निकाला। कंपनी ने विज्ञापन बनाने वाली एक एजेंसी एडवपटाइजिंग एंड सेल्स प्रमोशन को अपनी टारगेट ऑडियंस यानि कि महिलाओं को ध्यान में रखते हुए का एक मस्कट तैयार करने को कहा। इस नए विज्ञापन के लिए एक लड़की को चुना और देखते ही देखते अमूल गर्ल लोगों को पसंद आने लगी, जिससे सीधे तौर पर प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई।

PunjabKesari

गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है नाम-

अमूल का “ Utterly Butterly campaign” सबसे ज्यादा चला था। ये टैगलाइन बच्चे- बच्चे की जुबान रही और इसे गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया।

मार्केट लीडिंग में है टॉप प

अमूल का बटर देश में मार्केट लीडर है। कंपनी के पास कल मार्केट शेयर का 85% है। इसके अलावा पनीर सेगमेंट में अमूल का मार्केट शेयर 80%, आइसक्रीम सेगमेंट में अमूल के पास 40 फीसदी मार्केट शेयर है।


 

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!