Edited By Rohini Oberoi,Updated: 18 Dec, 2025 04:15 PM

भारत के ऐप-आधारित टैक्सी सेक्टर में एक क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है। केंद्र सरकार के सहकारिता मंत्रालय के तहत 'भारत टैक्सी ऐप' (Bharat Taxi App) को देशभर में लॉन्च करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। यह ऐप न केवल यात्रियों को सस्ती और सुरक्षित सवारी...
नेशनल डेस्क। भारत के ऐप-आधारित टैक्सी सेक्टर में एक क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है। केंद्र सरकार के सहकारिता मंत्रालय के तहत 'भारत टैक्सी ऐप' (Bharat Taxi App) को देशभर में लॉन्च करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। यह ऐप न केवल यात्रियों को सस्ती और सुरक्षित सवारी देगा बल्कि ड्राइवरों को शोषण से बचाकर उन्हें बेहतर कमाई और सम्मान भी दिलाएगा। सहकारिता मॉडल (Cooperative Model) पर आधारित यह पहल 1 जनवरी 2026 से आधिकारिक रूप से बड़े शहरों में अपनी सेवाएं शुरू कर देगी।
पायलट प्रोजेक्ट की सफलता और विस्तार
दिल्ली-एनसीआर में किए गए पायलट प्रोजेक्ट को यात्रियों और ड्राइवरों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। 1 जनवरी 2026 से इसकी आधिकारिक शुरुआत होगी। पहले चरण में इसे दिल्ली के अलावा राजकोट, मुंबई, पुणे, भोपाल, लखनऊ और जयपुर सहित 20 से अधिक शहरों में लॉन्च किया जाएगा। अकेले दिल्ली में 40 केंद्रों पर रोजाना लगभग 2,000 ड्राइवर इस ऐप के साथ जुड़ रहे हैं।
यात्रियों और ड्राइवरों को क्या होगा फायदा?
यह ऐप 'सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड' के जरिए संचालित होगा जिसके नियम निजी कंपनियों से काफी अलग और जनहितैषी हैं:
यात्रियों के लिए:
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सर्ज प्राइसिंग से मुक्ति: बारिश, ट्रैफिक या अधिक मांग होने पर भी किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। जो किराया तय होगा वही देना होगा।
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कोई छुपे हुए चार्ज नहीं: यात्रियों को पहले से ही पारदर्शी किराया (Transparent Fare) दिखाई देगा।
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सस्ता सफर: ओला और उबर की तुलना में यात्रियों की जेब पर बोझ कम पड़ेगा।
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ड्राइवरों के लिए:
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जीरो कमीशन: निजी कंपनियों की तरह ड्राइवरों की कमाई से मोटा कमीशन नहीं काटा जाएगा। ड्राइवरों को सिर्फ एक मामूली सदस्यता शुल्क (Membership Fee) देना होगा।
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सशक्तिकरण: ड्राइवरों को खुद की कार खरीदने के लिए आसान लोन की सुविधा भी दी जाएगी।
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सुरक्षा और सम्मान: सरकारी निगरानी होने के कारण ड्राइवरों की आईडी बिना वजह ब्लॉक नहीं की जाएगी जिससे उनकी रोजी-रोटी सुरक्षित रहेगी।
सुरक्षा और तकनीक: पुलिस के साथ तालमेल
सुरक्षा के मामले में 'भारत टैक्सी ऐप' बेहद सख्त मानकों का पालन करेगा:
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पुलिस वेरिफिकेशन: ड्राइवरों का पूरा वेरिफिकेशन होगा। इसके लिए दिल्ली और गुजरात पुलिस के साथ समझौता किया गया है।
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तकनीकी फीचर्स: ऐप में रियल-टाइम ट्रैकिंग, 24x7 हेल्पलाइन और बहुभाषी सपोर्ट (Multilingual Support) जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
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विकल्प: यात्रियों को बाइक, ऑटो और कार (मिनी, प्राइम, सेडान) के सभी विकल्प एक ही ऐप पर मिलेंगे।
'स्वदेशी' सोच: देश का पैसा देश में
ड्राइवरों और यूनियन नेताओं का मानना है कि विदेशी कंपनियों के बजाय भारत के अपने प्लेटफॉर्म को चुनना देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर है। यूनियन नेताओं के अनुसार इस ऐप के आने से निजी कंपनियों की मनमानी पर लगाम लगेगी और ड्राइवरों को एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म मिलेगा।