Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 May, 2025 01:51 PM

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संगठन में बड़ा बदलाव जल्द ही देखने को मिल सकता है। लंबे समय से चल रही इंतजार के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर नए चुनाव की प्रक्रिया जून के मध्य से शुरू होने वाली है। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के बाद अब...
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संगठन में बड़ा बदलाव जल्द ही देखने को मिल सकता है। लंबे समय से चल रही इंतजार के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर नए चुनाव की प्रक्रिया जून के मध्य से शुरू होने वाली है। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के बाद अब बीजेपी अपने संगठन को नई दिशा देने के लिए तैयार है। इस बदलाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि पार्टी नेतृत्व में बड़े बदलाव संभव हैं, जो आने वाले वर्षों में बीजेपी की रणनीति को नया आकार देंगे।
जानकारी के मुताबिक, जून के दूसरे हफ्ते में चुनाव प्रक्रिया की आधिकारिक अधिसूचना जारी हो सकती है, जिसके बाद राज्यों में संगठनात्मक चुनाव होंगे और अंततः राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संपन्न होगा। इस प्रक्रिया में नामांकन, जांच और मतदान जैसी पारदर्शी गतिविधियां शामिल होंगी, ताकि पार्टी के संविधान का पूर्ण पालन किया जा सके।
नए अध्यक्ष के सामने रहेंगी ये चुनौतियां
वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पहले ही लोकसभा चुनाव तक बढ़ाया गया था, लेकिन अब चुनाव पूरी तरह से खत्म होने के बाद यह साफ हो जाएगा कि वह फिर से उम्मीदवार होंगे या पार्टी किसी नए चेहरे को मौका देगी। नए अध्यक्ष के सामने न केवल 2026 के विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी होगी, बल्कि पार्टी की संगठनात्मक मजबूती को भी बढ़ाना होगा।
पार्टी के अंदर यह बदलाव केवल नेतृत्व परिवर्तन तक सीमित नहीं होगा, बल्कि इससे कार्यकर्ताओं की भागीदारी भी बढ़ेगी और संगठन की जमीनी पकड़ मजबूत होगी। फिलहाल बीजेपी ने इस प्रक्रिया की आधिकारिक घोषणा तो नहीं की है, लेकिन अंदरूनी तैयारियों से साफ है कि पार्टी इस चुनाव को समय पर पूरा करना चाहती है। जून के अंत तक तय होने वाला यह चुनाव न सिर्फ बीजेपी के भविष्य की दिशा तय करेगा, बल्कि देश की राजनीति पर भी गहरा असर डालने वाला माना जा रहा है। नेता हों या कार्यकर्ता, सभी की निगाहें इस अहम बदलाव पर टिकी हैं।