Edited By Shubham Anand,Updated: 30 Dec, 2025 04:53 PM

साल 2025 भाजपा और एनडीए के लिए उल्लेखनीय रहा। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत, दिल्ली में बहुमत, और केरल में स्थानीय निकाय चुनाव में ऐतिहासिक सफलता ने पार्टी की ताकत बढ़ाई। उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की जीत और ग्रामीण रोजगार के लिए Viksit...
नेशनल डेस्क : साल 2025 भारतीय राजनीति में भाजपा नीत एनडीए के लिए उल्लेखनीय उपलब्धियों का वर्ष रहा। दिल्ली की सत्ता पर कब्जा, बिहार में प्रचंड जीत और केरल में स्थानीय निकाय चुनावों में ऐतिहासिक सफलता ने भाजपा की राजनीतिक ताकत को और मजबूत किया। साल के अंतिम महीनों में भाजपा ने दक्षिण भारत में भी अपनी पैठ बनाई, जो पार्टी के लिए ‘वॉटरशेड मोमेंट’ साबित हुआ। आइए जानतें है 2025 में बीजेपी की 5 बड़ी उपलब्धियां।
केरल में स्थानीय निकाय चुनाव में ऐतिहासिक जीत
केरल के तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में भाजपा ने वामपंथी दलों के गढ़ में सेंध लगाई। इस ऐतिहासिक जीत ने भाजपा को दक्षिण भारत में राजनीतिक चुनौती स्वीकार करने का मार्ग प्रशस्त किया। साल 2025 के आखिर में मिली यह सफलता विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि आने वाले समय में केरल और तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। यह जीत भाजपा के दक्षिण में भविष्य की रणनीतियों और विस्तार की दिशा में निर्णायक साबित हो सकती है।
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड सफलता
बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा-नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने परचम लहराया। 243 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 89 और जदयू को 85 सीटें मिलीं। अन्य घटक दलों को जोड़कर एनडीए ने कुल मिलाकर 200 से अधिक सीटें हासिल कीं। इस जीत ने बिहार में विपक्ष के प्रमुख दलों को कमजोर कर दिया। राजद के विधायक आधे रह गए, जबकि कांग्रेस का प्रतिनिधित्व नगण्य स्तर पर था।
भाजपा और एनडीए का यह प्रदर्शन 2010 के बाद बिहार में एक बार फिर साबित करता है कि पार्टी ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर राजनीतिक रणनीति में महारत हासिल की है। इस उपलब्धि ने भाजपा के लिए साल 2025 को राजनीतिक वर्चस्व और जनसमर्थन का प्रतीक बना दिया।

दिल्ली विधानसभा में जीत
2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया। यह दिल्ली में पार्टी के लंबे समय के संघर्ष के बाद एक बड़ी सफलता थी। 1993 के बाद भाजपा दिल्ली में कभी स्थायी रूप से सत्ता में नहीं आ पाई थी। साल 2025 की यह जीत भाजपा के राजनीतिक पुनरुत्थान का प्रतीक मानी जा रही है।

उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की सफलता
इस साल उपराष्ट्रपति चुनाव भी भाजपा और एनडीए के लिए अहम रहा। अगस्त महीने में जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया। विपक्षी दलों ने बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा। चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने अपने प्रतिद्वंद्वी को शिकस्त दी, जिससे एनडीए की राजनीतिक मजबूती और प्रभाव स्पष्ट हुआ।

विकसित भारत–गारंटी फॉर रोजगार और आजीविका मिशन अधिनियम (VB-G RAM G Act)
दिसंबर 2025 में संसद ने Viksit Bharat–Guarantee for Rozgar and Ajeevika Mission (Gramin) Act, 2025 पारित किया। यह अधिनियम ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आजीविका सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। इसके तहत राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) को और मजबूत किया गया, जिससे ग्रामीण समुदायों को स्थिर रोजगार और आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
