Edited By Harman Kaur,Updated: 29 Aug, 2025 02:45 PM

साल 2025 का दूसरा और अंतिम पूर्ण चंद्रग्रहण 7-8 सितंबर को लगेगा। यह खगोलीय घटना भारत समेत एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में दिखाई देगी। चंद्रमा इस दौरान गहरे लाल रंग में चमकेगा, जिसे ‘ब्लड मून’ कहा जाता है। यह चंद्रग्रहण करीब 82 मिनट तक...
नेशनल डेस्क: साल 2025 का दूसरा और अंतिम पूर्ण चंद्रग्रहण 7 और 8 सितंबर को लगने जा रहा है। यह खगोलीय घटना लगभग 82 मिनट तक चलेगी और इसके दौरान ‘ब्लड मून’ का नज़ारा देखा जा सकेगा।
कब लगता है चंद्रग्रहण?
पूर्ण चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच आ जाती है और चंद्रमा पृथ्वी की छाया में चला जाता है। इस दौरान चंद्रमा पूरी तरह अंधेरे में नहीं जाता, बल्कि वह गहरे लाल या तांबे रंग का नजर आता है। इसका कारण पृथ्वी के वायुमंडल में होने वाली ‘रेली स्कैटरिंग’ प्रक्रिया है, जो केवल लंबी तरंगों वाली रोशनी (लाल-नारंगी) को चांद तक पहुंचने देती है।
यहां दिखेगा चंद्रग्रहण
यह चंद्रग्रहण एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के कई हिस्सों में साफ दिखाई देगा। भारत के प्रमुख शहरों – दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, लखनऊ, हैदराबाद और चंडीगढ़ – में भी यह नज़ारा देखा जा सकेगा, बशर्ते मौसम साफ रहे।
7 सितंबर को रात 8:58 बजे होगा शुरु
ग्रहण की शुरुआत 7 सितंबर को रात 8:58 बजे (IST) पर होगी और इसका समापन 8 सितंबर सुबह 2:25 बजे (IST) पर होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण का चरम समय 7 सितंबर रात 11:00 बजे से 8 सितंबर सुबह 12:22 बजे (IST) तक रहेगा। यह चंद्रग्रहण एक विशेष खगोलीय संयोग लेकर आ रहा है, क्योंकि यह घटना चंद्रमा के पेरिजी (पृथ्वी के सबसे करीब) आने से ठीक तीन दिन पहले घटेगी, जिससे चंद्रमा सामान्य से थोड़ा बड़ा और चमकीला दिखाई देगा।
अगला चंद्रग्रहण
इस साल के बाद अगला पूर्ण चंद्रग्रहण मार्च 2026 में होगा, जो उत्तर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी एशिया में दिखाई देगा।